सीरियाई अत्याचारों को समर्थन देना बंद करे रूस, ट्रंप का आह्वान
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन से फोन पर बातचीत के दौरान सीरिया के इदलीब में हिंसा को लेकर ट्रंप ने चिंता जताई और असद प्रशासन के अत्याचारों को मिल रहे रूसी समर्थन को रोकने की इच्छा जताई।
वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने रूस से सीरिया को समर्थन देने पर रोक लगाने की बात कही है। यह जानकारी व्हाइट हाउस की ओर से दी गई। दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन से फोन पर बातचीत के दौरान ट्रंप ने इच्छा जताई कि सीरिया के इदलीब में हिंसा और असद प्रशासन के अत्याचारों को मिल रहे रूसी समर्थन पर रोक लगाई जाए। रूसी हवाई हमलों के समर्थन से इदलीब और अलेप्पो व लताकिया प्रांतों में दिसंबर से सीरिया का अत्याचार जारी है।
दरअसल, ट्रंंप ने सीरिया के इदलीब शहर में जारी हिंसा को रूस की ओर से मिल रहे समर्थन पर चिंता जताई है और असद प्रशासन के अत्याचार को रूस का समर्थन बंद करने की इच्छा जताई। उल्लेखनीय है कि अमेरिका और रूस के बीच कई तनावपूर्ण मामले हैं। इनमें से एक सीरिया में रूस के हस्तक्षेप को लेकर है। वर्ष 2019 में भी रूस और अमेरिका के तनावपूर्ण संबंध थे। दोनों देशों ने इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज समझौते को रद कर दिया था।
एर्दोगन से फोन पर वार्ता के दौरान ट्रंप ने लीबिया में विदेशी हस्तक्षेप से वहां के हालात के बिगड़ने की बात दोहराई। वर्ष 2011 से लीबिया के हालात खराब हैं। नाटो हमले में लंबे समय तक तानाशाह रहे मोअमर गद्दाफी की सरकार गिरने के बाद से ही लीबिया में हालात खराब हैं। इसके अलावा नाटो हमले में उसका छोटा बेटा सैफ अल अरब गद्दाफी समेत उसके तीन पोते भी मारे गए थे।
बता दें कि सीरिया में जारी जंग का समर्थन करने वाले रूस और तुर्की के बीच वर्ष 2018 में पश्चिमोत्तर प्रांत में शांति स्थापित करने को लेकर समझौता हुआ था। लेकिन यह पिछले दो सप्ताह के दौरान असफल होता प्रतीत हुआ। इदलिब में पिछले दो हफ्ते के दौरान सीरिया सरकार की कार्रवाई में 13 तुर्की सैनिक मारे गए।