पीएम मोदी ने सऊदी अरब के किंग से मुलाकात की, दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में होगा समझौता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रियाद में सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और अन्य प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की।
रियाद, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात दो दिवसीय दौरे पर सऊदी अरब की राजधानी रियाद में आयोजित 'दावोस इन द डेजर्ट' सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे। यह हाई प्रोफाइल आर्थिक सम्मेलन सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की पहल पर हो रहा है। सम्मेलन में इससे जुड़े देशों में निवेश की भावी संभावनाओं पर विचार होगा। मंगलवार को प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सौद से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर बातचीत की। सऊदी किंग ने प्रधानमंत्री के सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन भी किया। इससे पहले शीर्ष सऊदी मंत्रियों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
दरअसल, स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक सम्मेलन होता है, इसमें दुनिया के महाशक्ति देशों के प्रमुख आर्थिक गतिविधियां व सहयोग बढ़ाने पर मंत्रणा करते हैं। उसी तर्ज पर सऊदी अरब में यह सम्मेलन आयोजित किया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी से ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल्ला अजीज बिन सलमान, श्रम व सामाजिक विकास मंत्री अहमद बिन सुलेमान अलराजी और पर्यावरण, जल व कृषि मंत्री अब्दुल रहमान बिन अब्दुल मोहसेन अल फेडली ने मुलाकात की।
सऊदी अरब के मंत्रियों से चर्चा सार्थक रही। खासतौर से दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग बढ़ाने पर बातचीत हुई। रवाना होने से पहले मोदी ने कहा, 'मैं क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात करूंगा और कई मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग के साथ ही क्षेत्रीय और आपसी हितों के वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करूंगा।' पीएम मोदी तेल, गैस नागरिक उड्डयन और नवीकरणीय ऊर्जा समेत विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने के लिए करीब दर्जन भर अहम समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
रायगढ़ की महत्वाकांक्षी परियोजना पर अहम चर्चा
सऊदी ऊर्जा मंत्री अजीज के साथ प्रधानमंत्री की बैठक खासतौर पर अहम है क्योंकि दोनों देशों ने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पश्चिमी तट पर बड़ी रिफाइनरी परियोजना लगाने का फैसला किया है। इसमें सऊदी अरब की बड़ी तेल कंपनी अरैमको और भारत की सरकारी तेल कंपनियां बड़ा निवेश करने वाली हैं।
पीएम मोदी की दूसरी सऊदी अरब यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले वह 2016 में यहां आए थे। इसी साल फरवरी में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिल सलमान भारत आए थे। बीते कुछ साल में दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं। वर्ष 2017-18 में द्विपक्षीय व्यापार 27.48 अरब डॉलर का रहा। इस तरह सऊदी अरब भारत का चौथा बड़ा व्यापार साझेदार बन गया। सऊदी अरब ने पिछले माह घोषणा की कि वह भारत के ऊर्जा, पेट्रो कैमिकल, रिफाइनिंग, बुनियादी ढांचे, कृषि व खनन क्षेत्र में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा।
जॉर्डन के किंग से मिले मोदी
रियाद में ही प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों, खासकर व्यापार व निवेश में परस्पर रिश्ते मजबूत करने पर जोर दिया। दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी के साथ मुलाकात हुई, जिसमें पीएम मोदी के 2018 में जार्डन दौरे और बाद में जॉर्डन के राजा की भारत यात्रा को याद किया। जॉर्डन में 10 हजार भारतीय रहते हैं।
भारत तीसरा सबसे बड़ा तेल खपतकर्ता देश
- अमेरिका और चीन के बाद भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा तेल खपतकर्ता देश है।
- भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों का 83 फीसद आयात करता है।
- वर्ष 2018-19 में सऊदी अरब ने 4.33 करोड़ टन कच्चा तेल भारत को बेचा, जबकि भारत ने कुल 20.73 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया।
- भारत विश्व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। भारत सऊदी अरब से हर माह दो लाख टन एलपीजी खरीदता है।