पीएम मोदी ने फिनलैंड की पीएम सना मारिन से मुलाकात की, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी समेत महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और फिनलैंड की पीएम सना मारिन (Sanna Marin) ने बुधवार को व्यापार निवेश प्रौद्योगिकी समेत अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। पढ़ें यह रिपोर्ट
कोपेनहेगन, पीटीआइ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार को फिनलैंड की पीएम सना मारिन (Sanna Marin) से मुलाकात की। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी समेत अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। पीएम मोदी तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को बर्लिन से कोपेनहेगेन पहुंचे। उन्होंने दूसरे भारत नॉर्डिक शिखर सम्मेलन से इतर फिनलैंड की पीएम सना मारिन (Sanna Marin) से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister's Office) ने ट्वीट कर कहा- भारत और फिनलैंड के बीच विकासात्मक साझेदारी तेजी से बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और फिनलैंड की पीएम सना मरीन ने कोपेनहेगन में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में इस साझेदारी को और मजबूत करने के तौर तरीकों पर गहन चर्चा की।
पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच यह पहली व्यक्तिगत मुलाकात थी। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5जी और 6जी, क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे नए उभरते क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने भारत में हाई टेक क्षेत्रों में निवेश करने के लिए फिनिश व्यापार समुदाय को भी आमंत्रित किया।
दोनों नेताओं ने कहा कि डिजिटलीकरण, विज्ञान और शिक्षा में सहयोग जैसे क्षेत्र द्विपक्षीय साझेदारी के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। दोनों नेताओं ने भविष्य की मोबाइल प्रौद्योगिकियों, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों और स्मार्ट ग्रिड जैसी नई प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने फिनिश कंपनियों को भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी करने और भारतीय बाजार में खास तौर पर दूरसंचार बुनियादी ढांचे के विकास में अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।