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'अगर राजनीति में आ गई तो, तीसरा विश्व युद्ध हो जाएगा'...बोलीं इंदिरा नूई

पेप्स‍िको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई ने राजनीति में आने के सवाल पर कहा, अगर मैं राजनीति में शामिल होती हूं, तो वह तीसरे विश्व युद्ध का कारण बन जाएगा।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Wed, 10 Oct 2018 12:37 PM (IST)Updated: Wed, 10 Oct 2018 12:55 PM (IST)
'अगर राजनीति में आ गई तो, तीसरा विश्व युद्ध हो जाएगा'...बोलीं इंदिरा नूई
'अगर राजनीति में आ गई तो, तीसरा विश्व युद्ध हो जाएगा'...बोलीं इंदिरा नूई

न्यूयॉर्क (पीटीआइ)। पेप्स‍िको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई ने राजनीति में आने के सवाल पर बड़ा बयान दिया है। नूई ने कहा है कि अगर मैं राजनीति में शामिल होती हूं, तो वह तीसरे विश्व युद्ध का कारण बन जाएगा, क्योंकि मैं बहुत स्पष्टवादी हूं। करीब 12 साल तक दुनिया की सबसे बड़ी फूड एंड बेवरेज कंपनी पेप्सिको में बतौर सीईओ रहीं इंदिरा नूई पहले भी राजनीति में आने की संभावनाओं से इनकार कर चुकी हैं। हालांकि, मंगलवार को एशिया सोसाइटी (एनजीओ) के एक कार्यक्रम में जब उनसे राजनीति में आने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपने बयान से एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि उनका राजनीति में आने का कोई विचार नहीं है।

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बता दें कि एशिया सोसाइटी एक एनजीओ है, जिसका लक्ष्य दुनिया को एशिया से रुबरु कराना है। इस दौरान मंगलवार को इंदिरा नूई को 'बिजनेस चेंबर ऑफ द ईयर अवॉर्ड' से सम्मानित भी किया गया। उन्हें यह सम्मान व्यापार उपलब्धियों, मानवतावादी रिकॉर्ड और दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों के लिए वकालत करने जैसे सहारनीय कार्यों के लिए दिया गया।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कैबिनेट में शामिल होना चाहती हैं, तो नूई ने कहा, 'मेरा और राजनीति का कोई मेल नहीं है। मैं बहुत स्पष्ट हूं, मैं राजनयिक नहीं हूं। मुझे तो यह भी नहीं पता कि कूटनीति क्या होती है। मैं तीसरे विश्व युद्ध का कारण बन जाऊंगी। ऐसा मत करो।' बता दें कि नूई ने दो अक्टूबर को पेप्सिको के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया था, वे करीब 12 साल तक इस पद पर कार्ययत रहीं। जिसके बाद उनके राजनीति में आने की अटकलें लगाई जा रही थी।

कंपनी के निदेशक बोर्ड ने 54 वर्षीय रेमन लेगार्टा को नया सीईओ बनाने का फैसला किया। हालांकि नूई 2019 के शुरू तक चेयरपर्सन बनी रहेंगी, ताकि नए नेतृत्व को कामकाज संभालने में आसानी रहे। उन्होंने कहा कि पेप्सिको छोड़ने के बाद वह अपने परिवार पर ज्यादा ध्यान देंगी।

पिछले 40 सालों से नूई ने एक दिन में 18-20 घंटे तक काम किया गया। जिस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'अब मुझे थोड़ा आराम चाहिए। मैं अपने परिवार पर ध्यान देना चाहती हूं।' इस्तीफे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया, तो मुझे लगा यह बहुत कठिन होगा। सुबह 4 बजे जाग जाना और काम के लिए दौड़ना, दिन में 18-20 घंटे काम करना है। इसके अलावा मैंने पिछले 40 वर्षों में कुछ नहीं किया है।' नूई ने कहा कि जब मैंने इस्तीफा दिया, तब मुझे अहसास हुआ कि काम के अलावा भी जिंदगी में बहुत कुछ है। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी दिल से पेप्सिको की हूं, लेकिन कदम आगे बढ़ाने के बाद लगा है कि पेप्सिको से परे भी जीवन है।


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