FATF के हिस्सा ICRG में उठेगा पाकिस्तान का मामला, आतंकी समूहों को समर्थन देने का है आरोप
भारत को निशाना बनाने वाले कुछ आतंकी समूहों को पाकिस्तान नियमित तौर पर समर्थन देता है। इसलिए पाकिस्तान का मुद्दा ICRG में उठाया जाएगा।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान का मामला मंगलवार को FATF के हिस्सा इंटरनेशनल को-ऑपरेशन रिव्यू ग्रुप (ICRG) में उठाया जाएगा। FATF आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्यबल है। FATF का मानना है कि दुनिया के कुछ देश अब भी अवैध तरीकों से जुटाई गई राशि के जरिए आतंकी संगठनों का समर्थन कर रहे हैं।
बता दें कि FATF ने कहा था कि संस्था द्वारा आतंक के वित्त पोषण पर सख्ती के बावजूद गैरकानूनी गतिविधियों और दुनिया भर में समर्थकों से जुटाए गए धन से कई आतंकी समूह अभी भी लाभान्वित हो रहे हैं। वहीं भारत का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा कुछ आतंकी समूहों जैसे- लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन को नियमित तौर पर समर्थन दिया जाता है।
भारत की ओर से FATF से अपील की गई है कि इस्लामाबाद के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उललेखनीय है कि FATF की बैठक में तय होगा कि 2018 में ग्रे लिस्ट में डाले गए पाकिस्तान की स्थिति बरकरार रखी जाए या नहीं। साथ ही पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट किया जाए या नहीं इसपर भी चर्चा की जाएगी। ब्लैक लिस्ट में शामिल होने के बाद पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सहायता मिलनी बंद हो जाएगी। फिलहाल ईरान और उत्तर कोरिया ब्लैक लिस्ट में है।
पिछले साल FATF समीक्षा के बाद दबाव के तहत सईद के जमात-उद-दवा व अन्य संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया गया। इससे पहले इन संगठनों को देश में खुली छूट थी। फ्रांस की राजधानी पेरिस में 19 फरवरी, मंगलवार से FATF की बैठक शुरू हो गई है जो 21 फरवरी, शुक्रवार तक चलेगी।
वर्ष 2007 से ICRG अस्तित्व में आया। 39 सदस्यीय FATF की सिफारिशों को पहली बार वर्ष 1990 में लागू किया गया था। यहां यह बता दें कि FATF के सदस्यों में भारत है जो वर्ष 2010 में शामिल हुआ।
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