इंटरपोल से पाक भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो की अपील, शरीफ के बेटों के खिलाफ जारी हो रेड कॉर्नर नोटिस
बेटी मरियम व पूर्व पीएम नवाज शरीफ के बाद अब उनके बेटों के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की जा रही है।
इस्लामाबाद (प्रेट्र)। पाकिस्तान के शीर्ष भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने इंटरपोल से जेल में बंद नवाज शरीफ के बेटों हसन और हुसैन के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 28 जुलाई 2017 के तीन मामलों की सुनवाई के दौरान कोर्ट में हाजिर न होने पर शरीफ के बेटों को जवाबदेही अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था।
लंदन में हैं हसन-हुसैन
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के चेयरमैन जस्टिस (रिटायर्ड) जावेद इकबाल ने गृहमंत्री से लंदन में बीमार मां कुलसुम नवाज की देखभाल के लिए रह रहे हसन और हुसैन को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा। इसके बाद ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने की बात सामने आई है।
इंटरपोल के पास पहुंची संघीय जांच एजेंसी
संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने फ्रांस के इंटरपोल मुख्यालय को आवेदन दिया है जिसमें हसन और हुसैन के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का आग्रह किया है। एफआइए के आवेदन में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में हसन और हुसैन पाकिस्तान में वांटेड हैं और कोर्ट पहले ही उनके खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी कर चुकी है।
जेल में हैं नवाज और मरियम
6 जुलाई को कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति नवाज शरीफ को 10 साल, उनकी बेटी मरियम नवाज को 7 साल और दामाद सफदर को एक साल के कैद की सजा दी। इसके साथ ही शरीफ पर 8 मिलियन पाउंड, मरियम पर 2 मिलियन पाउंड का जुर्माना भी लगाया है।
इमरान खान ने दी थी चुनौती
पनामा पेपर्स मामले का खुलासा होने के बाद पीटीआई चीफ इमरान ने नवाज शरीफ को चुनौती दी जिसके कारण 27 जुलाई को पीएम नवाज शरीफ को अयोग्य करार दिया गया। खान द्वारा आरोप लगाया गया कि शरीफ परिवार ने लंदन में नेसकॉल और नेल्सन नाम की कंपनियों के जरिए संपत्ति छुपा रखी है। इन कंपनियों के मालिक हुसैन हैं। 200 मिलियन पाउंड की कीमत वाले चार महंगे फ्लैट के मालिकाना हक की बात हुसैन ने मान ली, लेकिन उनका कहना है कि ये फ्लैट भ्रष्टाचार की कमाई से नहीं खरीदे गए हैं।