राष्ट्रपति ट्रंप की करीबी संयुक्त राष्ट्र में राजदूत निकी हेली ने दिया इस्तीफा, बताई ये वजह
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मूल की अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह ट्रंप प्रशासन में हालिया इस्तीफों की सबसे ताजा कड़ी हैं।
वाशिंगटन [प्रेट्र]। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मूल की अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह ट्रंप प्रशासन में हालिया इस्तीफों की सबसे ताजा कड़ी हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को ओवल आफिस में हेली से मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने बेहतरीन काम किया है और वह इस साल के अंत तक अपना कामकाज जारी रखेंगी। ट्रंप ने संवाददाताओं को बताया कि हेली ने छह महीने पहले उन्हें बताया था कि वह अपने काम से कुछ समय के लिए अवकाश चाहती हैं।
उल्लेखनीय है कि 46 वर्षीय हेली ट्रंप के प्रशासन में भारतीय मूल की वरिष्ठतम अधिकारी हैं। हेली को उदारवादी रिपब्लिकन के रूप में ट्रंप का विकल्प माना जा रहा है। इसी के चलते निकी हेली को सफाई देनी पड़ी कि वह 2020 में राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ने वाली हैं। वह तब भी ट्रंप के अभियान का हिस्सा बनी रहेंगी। हेली का इस्तीफा ऐसे समय में हुआ है जब नवंबर में बेहद अहम मध्यावधि चुनाव होने हैं।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि निकी हेली का इस्तीफा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पिछले कुछ समय से राष्ट्रपति ट्रंप के करीबियों का इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है।
सितंबर में ट्रंप को देश के लिए 'शर्मनाक' बताने वाले एक प्रतिष्ठित एडमिरल (सेवानिवृत्त) विलियम मैकरावेन ने रक्षा मंत्रालय सलाहकार निकाय से इस्तीफा दे दिया था। मैकरावेन ने अगस्त में डिफेंस इनोवेशन बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 2014 में पाकिस्तान में विशेष अभियान चलाकर अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को मारने वाली स्पेशल फोर्सेज का संचालन किया था।
ट्रंप से प्रेम संबंध अफवाहः
भारतीय मूल की अमेरिकी निकी हेली राष्ट्रपति ट्रंप की पसंदीदा साथियों में मानी जाती थीं। साथ ही ट्रंप के साथ उनके प्रेम संबंधों की अफवाह भी उड़ती रही। जनवरी में उन्होंने इस मसले पर अपनी सफाई भी दी थी। हेली ने ऐसी अफवाहों को बहुत ही अपमानजनक और घृणास्पद करार दिया था। तब अमेरिका के किसी भी राष्ट्रपति के प्रशासन में कैबिनेट रैंक की पहली भारतीय अमेरिकी राजनयिक हेली ने कहा था, एक समय मैं एयरफोर्स वन में थी, लेकिन जब मैं कमरे में थी तब वहां बहुत सारे लोग थे।
उन्होंने न्यूयार्क के लेखक माइकल वुल्फ की पुस्तक 'फायर एंड फ्यूरी' में लगाए गए आरोपों पर कहा, वह कहते हैं कि मैं ओवल (राष्ट्रपति कार्यालय) में राष्ट्रपति के साथ अपने राजनीतिक करियर के बारे में ढेरों बातें कर रही थी। जबकि मैंने राष्ट्रपति से कभी अपने भविष्य के बारे में बात नहीं की और मैं उनके साथ कभी अकेली नहीं थी।