भारत और जापान ने रिश्ते और प्रगाढ़ करने की इच्छा जताई
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ दोनों देशों के समझौतों की प्रगति की समीक्षा की।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को अपने जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ दोनों देशों के समझौतों की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर विचार विमर्श किया। दोनों देशों ने प्रगाढ़ होते संबंधों पर संतोष जताया और इन्हें बढ़ाने की इच्छा जताई। रणनीतिक वार्ता के लिए हाल के वर्षो में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की यह दसवीं मुलाकात थी।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इन उच्च स्तरीय मुलाकातों से दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं। दोनों विदेश मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी की अक्टूबर 2018 में हुई जापान यात्रा के दौरान लिए गए फैसलों की प्रगति देखी। उस दौरे में दोनों देशों के बीच सहयोग के नए द्वार खुले थे। इस दौरे में दोनों देश रक्षा सहयोग और खासतौर पर समुद्री सुरक्षा में साथ आने के लिए तैयार हुए।
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच पिछली वार्ता टोक्यो में मार्च 2018 में हुई थी। सुषमा ने जून 2019 में ओसाका में होने वाले जी-20 सम्मेलन के लिए कोनो को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आयोजन में भारत के पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। सुषमा से वार्ता के बाद कोनो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पर गए।
वहां पर उन्होंने मोदी को वार्ता के निष्कर्ष से अवगत कराया। समझौतों की प्रगति के बारे में बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी जापान यात्रा को याद करते हुए दोनों देशों के संबंधों में और मजबूती आने की संभावना जताई।
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