वैश्विक मंदी के बावजूद, सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शमिल है भारत- वेंकैया नायडू
वेंकैया नायडू इन दिनों अफ्रीका के पांच दिनों के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक मंदी के बावजूद सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है।
नई दिल्ली, एएनआइ। उप- राष्ट्रपति वेंकैया नायडू इन दिनों अफ्रीका के पांच दिनों के दौरे पर हैं। कोमोरोस में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक मंदी के बावजूद सबसे तेजी से विकसित होने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ तैयार है। इसके अलावा उन्होंने सभी को भारत के विकास में योगदान देने के लिए आग्रह किया।
उन्होंने कोमोरोस में रह रहे भारतीयों की सराहना करते हुए कहा कि कोमोरोस को और समृद्ध बनाने के लिए आगे बढ़कर योगदान करें। उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें खुशी है कि केवल 250 की संख्या में होने के बावजूद, भारतीय प्रवासियों ने सामाजिक और आर्थिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने और शांतिप्रिय समुदाय की प्रतिष्ठा का आनंद लेने के लिए उनकी सराहना की।
अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए उपायों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में कॉरपोरेट टैक्स की भारी गिरावट के कारण निवेश में तेजी आई थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में कारोबार करना न केवल निवेशकों के लिए आकर्षक है, बल्कि सरल भी हो रहा है। हमारी नीति अब 'रेड कारपेट' की है, न कि 'रेड टेप' की। कई पुरातन नियमों को ध्वस्त किया जा रहा है और निर्बाध प्रक्रियाएं शुरू की जा रही हैं।
उन्होंने प्रवासी भारतीयों को यह भी बताया कि सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधारों के मद्देनजर भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है।
उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अफ्रीकी देशों के साथ भारत के व्यापार में पिछले वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि भारत अब अफ्रीका में सबसे बड़ा निवेशक है। भारत ने अफ्रीका में 54 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है।
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