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पाकिस्‍तान के खिलाफ हसीना के बोल, पाक प्रेमियों को जरूर मिले सजा

1971 में पाकिस्तान द्वारा किए नरसंहार में बांग्लादेश हर साल 25 मार्च को नरसंहार दिवस मनाकर पीड़ितों को याद करता है।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 27 Mar 2018 12:12 PM (IST)Updated: Tue, 27 Mar 2018 01:19 PM (IST)
पाकिस्‍तान के खिलाफ हसीना के बोल, पाक प्रेमियों को जरूर मिले सजा
पाकिस्‍तान के खिलाफ हसीना के बोल, पाक प्रेमियों को जरूर मिले सजा

ढाका (एएनआई)। बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि बांग्‍लादेश की जनता को उनलोगों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया देना आवश्‍यक है जो पाकिस्‍तान प्रेम में हैं और उन्‍हें सजा भी मिलनी चाहिए। ढाका में नरसंहार दिवस के मौके पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हसीना ने कहा कि पाकिस्‍तान प्रेमियों को बांग्‍लादेश की जनता की ओर से जवाब दिया जाना जरूरी है। 1971 में पाकिस्तान द्वारा किए नरसंहार में बांग्लादेश हर साल 25 मार्च को नरसंहार दिवस मनाकर पीड़ितों को याद करता है।

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पीएम हसीना ने कहा कि अपने देश में पाकिस्तान से प्रेम करने वाले लोगों को सजा मिलनी चाहिए। ढाका में नरसंहार दिवस के मौके पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हसीना ने कहा कि जो लोग बांग्लादेश में पाकिस्तान से प्रेम करते हैं, लोगों को उन्हें जरूर जवाब देना चाहिए। हमें उनके पाकिस्तान के प्रति प्रेम को भुलाना जरूरी है। अगर हम ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो हमारा अस्तित्व ही नहीं बचेगा।'

अवामी लीग पार्टी की अध्यक्ष शेख हसीना ने कहा कि 1975 में राष्ट्र पिता शेख मुजबिर रहमान के हत्या ने बांग्लादेश ने पीछे धकेलने का काम किया है। हसीना ने अपनी विरोधी पार्टी बांग्लादेश नेशनल पार्टी पर हमला बोलते हुए जियाउर रहमान और उनकी पत्नी खालिदा जिया को पाकिस्तानी प्रेमी बताया। हसीना ने कहा कि जियाउर रहमान ने सत्ता में आने के लिए बंगबंधू की हत्या की थी। खालिदा जिया बांग्लादेश नेशनल पार्टी की अध्यक्ष हैं।

हसीना ने कहा, '75 (1975) के बाद पूरा इतिहास बदल गया, यहां तक ​​कि अब 'पाकिस्तानी कब्जे वाले फोर्स' शब्दों का भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।' हसीना ने कहा कि 1975 में जो सरकार सत्ता में आई थी, वे सिर्फ पाकिस्तान बलों के एजेंडों पर काम करने के लिए आए थे।

इसके बाद जिया की हत्‍या के बाद 1983 में सत्‍ता में आए पूर्व राष्‍ट्रपति एच एम इरशाद पर हसीना ने कहा कि सबका एजेंडा एक ही था।

बांग्‍लादेश 25 मार्च को नरसंहार दिवस के तौर पर मनाता है। बांग्‍लादेश इस दिन को विश्‍व नरसंहार दिवस बनाने के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र से मांग कर रहा है। बता दें कि 26 मार्च को बांग्‍लादेश ने अपना 47वां स्‍वतंत्रता दिवस मनाया।


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