मना बैसाखी पर्व, शबद-कीर्तन गूंजे
सिख धर्म का खुशी का पर्व बैसाखी शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। इस समुदाय के लोगों ने एक दूसरे को बैसाखी की बधाई दी।
वाराणसी। सिख धर्म का खुशी का पर्व बैसाखी शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। इस समुदाय के लोगों ने एक दूसरे को बैसाखी की बधाई दी। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वावधान में विभिन्न आयोजन किया गया। हजारों लोगों ने लंगर चखा जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं-बच्चे भी शामिल शामिल थे। देर रात तक गुरुद्वारा में चहल-पहल रही। तपस्थल [नीचीबाग] से भाई गुरुदीप सिंह व गुरुद्वारा गुरुबाग के भाई नरेंद्र सिंह ने मोहक शबद कीर्तन से संगत को निहाल किया। गोद में बच्चों को लिए महिलाएं सजे दीवान साहिब का दर्शन कराने में व्यस्त दिखीं। मुख्य ग्रंथी भाई सुखदेव सिंह ने कहा कि 13 अप्रैल 1699 को अनंदपुर साहिब में गुरु गोविंद सिंह महाराज ने खालसा पंथ की स्थापना की थी तथा दीवान सजाकर पंज प्यारे को अमृत चखाया जो पांच जातियों के थे। अंत में भाई सुखदेव सिंह ने देश की तरक्की खुशहाली, एकता, भाईचारगी के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर गुरुद्वारा की सजावट की गई थी।
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