यूथ ओलंपिक 2018: सौरभ चौधरी ने भी लगाया गोल्ड पर निशाना
एशियन गेम्स और जूनियर आइएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता मेरठ के चौधरी क्वालीफाइंग में 580 अंक लेकर शीर्ष पर रहे थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। सौरभ चौधरी ने यूथ ओलंपिक खेलों में बुधवार को यहां पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता जिससे भारतीय निशानेबाजी टीम इस टूर्नामेंट में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रही।
16 वर्षीय चौधरी ने 244.2 अंक बनाए और वह दक्षिण कोरिया के सुंग युन्हो (236.7) से आगे रहे। स्विट्जरलैंड के सोलारी जैसन ने 215.6 अंक बनाकर कांस्य पदक जीता। भारतीय खिलाड़ी ने आठ निशानेबाजों के बीच चले फाइनल में 10 और इससे अधिक के 18 स्कोर बनाए।
एशियन गेम्स और जूनियर आइएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता मेरठ के चौधरी क्वालीफाइंग में 580 अंक लेकर शीर्ष पर रहे थे। चौधरी से पहले मंगलवार को 16 वर्षीय मनु भाकर ने महिलाओं की पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। इसके साथ ही भारत ने लगातार चार दिन निशानेबाजी में पदक जीते। चौधरी और भाकर के अलावा शाहू माने और महुली घोष ने रजत पदक जीते थे।
मनु जैसे निशानेबाज ओलंपिक पदक के प्रबल दावेदार : जसपाल
निशानेबाजी कोच जसपाल राणा को लगता है एशियन गेम्स की नाकामी मनु भाकर के लिए परेशान करने वाली रही हो, लेकिन इससे उसे गिरकर संभलने का मौका मिला और इसकेबाद वह यूथ ओलंपिक में देश को निशानेबाजी में पहला स्वर्ण पदक दिलाने में सफल रही।
राणा ने कहा, 'ये निशानेबाज स्पष्ट रूप से ओलंपिक पदक के दावेदार हैं और हमें दुनिया के सबसे बड़े मंच पर इन्हें सफलता दिलाने के लिए सतर्कता से तैयार करना चाहिए। मैं सचमुच अपने निशानेबाजों के यूथ ओलंपिक में प्रदर्शन से काफी खुश हूं। हमने तीन पदक जीत लिए हैं और जिसमें दो स्वर्ण पदक हैं।'
राइफल निशानेबाज मेहुली घोष का पदक रजत के बजाय स्वर्ण हो सकता था, अगर वह 24वें और अंतिम शॉट में 9.1 से बेहतर अंक जुटातीं। एशियन गेम्स में मनु के प्रदर्शन के बारे में राणा ने कहा, 'हम सभी जीतना चाहते हैं, लेकिन आप हर दिन नहीं जीत सकते। एक दिन आप ऊपर उठोगे और अगले दिन गिर जाओगे। यह ऐसा ही है।'
भारतीय महिला हॉकी टीम ने वनातु को 16-0 से रौंदा
भारत की अंडर-18 महिला हॉकी टीम ने यहां यूथ ओलंपिक खेलों की फाइव ए साइड स्पर्धा के अपने तीसरे मैच में वनातु को 16-0 से रौंद दिया। फॉरवर्ड मुमताज खान (आठवें, 11वें, 12वें और 15वें मिनट) ने चार, जबकि चेतना (छठे, 14वें और 17वें मिनट) ने तीन गोल दागे, जिससे भारत ने मैच में दबदबा बनाए रखा।
फॉर्म में चल रही स्ट्राइकर लालरेमसियामी ने दूसरे ही मिनट में भारत का खाता खोला। रीत ने 30 सेकेंड बाद भारत की ओर से दूसरा गोल किया, जबकि एक मिनट बाद कप्तान सलीमा टेटे ने स्कोर 3-0 कर दिया। बलजीत कौर ने पांचवें मिनट में दो गोल दागकर भारत को 5-0 की बढ़त दिलाई।
चेतना ने अपना पहला गोल छठे मिनट में किया, जबकि रीत ने भी छठे मिनट में अपना दूसरा गोल दागकर भारत को 7-0 से आगे कर दिया। मुमताज (आठवें मिनट) और लालरेमसियामी (10वें मिनट) ने गोल करके भारत की बढ़त को 9-0 तक पहुंचाया।
दूसरे हाफ में भी वनातु की टीम कोई चुनौती पेश नहीं कर सकी। भारत ने गोल की तरफ 40 शॉट मारे, जबकि वनातु की टीम सिर्फ पांच शॉट मार सकी।
भारत ने दूसरे हाफ के पहले पांच मिनट में मुमताज (11वें, 12वें और 15वें मिनट), सलीमा (13वें मिनट) और चेतना (14वें मिनट) की बदौलत पांच गोल दागे। भारत का 15वां और चेतना का तीसरा गोल 17वें मिनट में हुआ। इशिका चौधरी ने अंतिम मिनट में भारत की ओर से आखिरी गोल दागा।