युवा महिला पहलवान अंशू मलिक और सोनम मलिक ने को मिला टोक्यो ओलंपिक का टिकट
जींद के गांव निडाना की रहने वाली अंशू ने 57 किग्रा में पूरा दबदबा दिखाया जबकि सोनम भी 62 किग्रा में पीछे नहीं रही। सोनम ने कोटा हासिल करके रियो ओलंपिक की पदक विजेता साक्षी मलिक के लिए रास्ता भी बंद कर दिया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। भारत की युवा पहलवान अंशू मलिक और सोनम मलिक ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। जूनियर से सीनियर वर्ग में पहुंची जींद की 19 वर्षीय अंशू और सोनीपत की सोनम मलिक से पहले अनुभवी विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने ओलंपिक में जगह बनाई थी। इस तरह से कुश्ती में भारत की तीन महिला पहलवान टोक्यो खेलों में अपना दावा पेश करेंगी। विनेश ने 2019 में विश्व चैंपियनशिप से क्वालीफाई किया था।
भारत के कुल मिलाकर सात पहलवान ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। पुरुषों में बजरंग पूनिया (65 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा) और दीपक पूनिया (86 किग्रा) ने फ्रीस्टाइल वर्ग में क्वालीफाई किया है। जींद के गांव निडाना की रहने वाली अंशू ने 57 किग्रा में पूरा दबदबा दिखाया जबकि सोनम भी 62 किग्रा में पीछे नहीं रही। सोनम ने कोटा हासिल करके रियो ओलंपिक की पदक विजेता साक्षी मलिक के लिए रास्ता भी बंद कर दिया। सोनम ने हाल ही में ट्रायल्स में साक्षी को हराया था।
अंशू के दबदबे का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने फाइनल तक पहुंचने में केवल दो अंक गंवाए। उन्होंने अपने तीनों मुकाबले तकनीकी दक्षता से जीते। उन्होंने कोरिया की जियुन उम को हराकर शुरुआत की तथा फिर कजाखस्तान की इम्मा टिसिना और सेमीफाइनल में शोखिदा अखमेदोवा को हराया। फाइनल में मंगोलियाई पहलवान ने उन्हें 7-4 से हरा दिया और उन्हें कांस्य पदक हासिल हुआ।
गोहाना के गांव मदीना की रहने वाली पहलवान सोनम ने चीन की जिया लोंग को 5-2 से हराकर सिन पिंग पाइ को तकनीकी दक्षता से पराजित किया। सेमीफाइनल में वह कजाखस्तान की अयालिम कासिमोवा से 0-6 से पिछड़ रही थीं, लेकिन लगातार नौ अंक बनाकर अपने लिए कोटा सुरक्षित करने में सफल रही। सेमीफाइनल में कुश्ती के दौरान सोनम के पैर में चोट लग गई। उन्होंने चोट के कारण फाइनल मुकाबला नहीं खेला और रजत पदक से संतोष करना पड़ा। सीमा बिस्ला ने 50 किग्रा में अपने तीनों मुकाबले हारने के कारण दौड़ से बाहर हो गई। निशा 68 किग्रा में कोटा हासिल करने के करीब पहुंची थीं, लेकिन वह सेमीफाइनल में 3-1 की बढ़त के बावजूद मीरिम जुमनाजारोवा से हार गई।