विश्व तीरंदाजी ने एएआइ से सशर्त निलंबन हटाया, भारतीय तीरंदाजों को मिली राहत
वैश्विक संस्था ने राष्ट्रीय संघ द्वारा कराए गए अपने चुनाव के बाद उसके एक सप्ताह के अंदर ही गुरुवार को भारत पर लगा निलंबन सशर्त हटा लिया है।
कोलकाता, प्रेट्र। टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहे भारतीय तीरंदाजों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि वैश्विक संस्था ने राष्ट्रीय संघ द्वारा कराए गए अपने चुनाव के बाद उसके एक सप्ताह के अंदर ही गुरुवार को भारत पर लगा निलंबन सशर्त हटा लिया है।
प्रतिबंध हटाते हुए विश्व तीरंदाजी (डब्ल्यूए) ने भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआइ) को एथलीट सदस्यता को लेकर उसके संविधान में बदलाव करने, संचालन से जुड़े मुद्दों का हल निकालने और एक रणनीतिक योजना विकसित करने के निर्देश दिए। एएआइ को इन मुद्दों पर एक तिमाही प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने को कहा गया।
डब्ल्यूए ने कहा, '18 जनवरी को नई दिल्ली में हुए चुनावों के बाद विश्व तीरंदाजी ने सशर्त रूप से भारतीय तीरंदाजी संघ पर लगा निलंबन हटा दिया है। यह फैसला कार्यकारी बोर्ड के पोस्टल वोट द्वारा किया गया। भारतीय तीरंदाजों को गुरुवार (23 जनवरी) से विश्व तीरंदाजी स्पर्धाओं में प्रतिभाग करने की स्वीकृति होगी। महासंघ को निर्देश दिया जाता है कि वह अपने संविधान में बदलाव करते हुए खिलाड़ी की सदस्यता पर स्थिति स्पष्ट करे, रणनीतिक योजना बनाए और संचालन से जुड़े अन्य मुद्दों को हल करे।'
एएआइ को पांच अगस्त को निलंबित किया गया था। भारतीय तीरंदाजों को निलंबन के कारण तटस्थ खिलाडि़यों के तौर पर खेलना पड़ा, जिससे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उनकी संभावना पर सीधा असर पड़ा। गुरुवार को प्रतिबंध हटने के बाद अब भारतीय तीरंदाज तिरंगे तले प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए स्वतंत्र होंगे। भारत को अगला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट तीन सप्ताह के भीतर लास वेगास में इंडोर विश्व सीरीज के रूप में खेलना है। भारत ने 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक तीन पुरुष और एक महिला कोटा स्थान हासिल किया है।
विश्व तीरंदाजी के महासचिव टॉम डाइलेन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि यह भारत में सुसंचालित संघ की शुरुआत होगी। भारतीय खिलाड़ी अब टोक्यो में होने वाले ओलंपिक गेम्स की तैयारी में ध्यान लगा सकते हैं, जो सिर्फ छह महीने दूर हैं।'
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को शनिवार को हुए चुनाव में भारतीय तीरंदाजी संघ का नया अध्यक्ष चुना गया था। एएआइ के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा का समर्थन प्राप्त मुंडा ने बीवीपी राव को 34-18 से हराया था। दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर यह चुनाव कराए गए और पहली बार दोनों विरोधी गुट आमने-सामने थे। इन चुनावों के लिए विश्व तीरंदाजी और भारतीय ओलंपिक संघ ने पर्यवेक्षक भेजे थे।
विश्व तीरंदाजी ने दो समानांतर चुनाव करके उसके दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए भारतीय तीरंदाजी संघ को पांच अगस्त को निलंबित कर दिया था। एएआइ के दो गुटों ने पिछले साल नौ जून को नई दिल्ली और चंडीगढ़ में अलग-अलग चुनाव कराकर मुंडा और राव को अध्यक्ष चुना था। दो अध्यक्ष चुनने के बाद एएआइ को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद भारतीय तीरंदाज पिछले साल दिसंबर में नेपाल में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में हिस्सा नहीं ले पाए थे। भारतीय तीरंदाजों को हालांकि 'तटस्थ खिलाडि़यों' के रूप में बैंकाक में एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की स्वीकृति मिली थी क्योंकि यह महाद्वीपीय ओलंपिक क्वालीफायर था।'