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डोपिंग के डर से मीराबाई ने मांगा कमरे में कैमरा, खेल मंत्रालय को पत्र लिखने पर मिली सहमति

पिछले चार वर्षो में मीराबाई ने 45 डोप टेस्ट दिए हैं और हर बार उन्हें क्लीन चिट मिली है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Tue, 29 May 2018 11:04 AM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 11:25 AM (IST)
डोपिंग के डर से मीराबाई ने मांगा कमरे में कैमरा, खेल मंत्रालय को पत्र लिखने पर मिली सहमति
डोपिंग के डर से मीराबाई ने मांगा कमरे में कैमरा, खेल मंत्रालय को पत्र लिखने पर मिली सहमति

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। विश्व चैंपियन और कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने खेल मंत्रालय से मांग की है कि राष्ट्रीय शिविर में उनके कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए जिससे कि वह डोपिंग स्कैंडल से बच सकें। इस बात की जानकारी भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आइडब्ल्यूएफ) ने दी है। पिछले चार वर्षो में मीराबाई ने 45 डोप टेस्ट दिए हैं और हर बार उन्हें क्लीन चिट मिली है।

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उधर आइडब्ल्यूएफ ने खेल मंत्रालय से ट्रेनिंग और डाइनिंग हॉल के अलावा कई दूसरे अहम जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने का अनुरोध किया है जहां बाहरी लोगों से भारोत्तोलक मिलते हैं। आइडब्ल्यूएफ के महासचिव सहदेव यादव ने कहा कि हमने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और खेल मंत्रालय को एनआइएस पटियाला में सीसीटीवी कैमरा लगवाने के लिए पत्र लिखा है ताकि हमें पता चल सके कि वहां क्या चल रहा है। हम अपने भारोत्तोलकों के लिए किसी तरह का डोपिंग स्कैंडल नहीं चाहते हैं।

आगे उन्होंने कहा कि मीराबाई ने भी हमारे माध्यम से उनके कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगवाने के लिए खेल मंत्रालय को पत्र लिखा है ताकि उनके कमरे में आने जाने वाले लोगों पर वह निगरानी रख सकें। कोई नहीं जानता कि कभी कोई आए और जब वह वॉशरूम में हों तो उनके कमरे में आकर कुछ रखकर चला जाए या फिर उनके खाने या पीने में कुछ मिलाकर चला जाए। वह कोई भी मौका नहीं देना चाहती हैं।

यादव ने कहा कि खेल मंत्रालय अगले महीने सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए तैयार हो गया है। भारोत्तोलक अभी साई के शिलारू (हिमाचल प्रदेश) केंद्र में अभ्यास कर रहे हैं। वह तीन जून को एनआइएस पटियाला आ रहे हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि तब तक सीसीटीवी कैमरे लग जाएंगे। मीराबाई के अनुरोध परयादव ने कहा कि क्यों मंत्रालय को उनके अनुरोध पर विचार नहीं करना चाहिए। वह विश्व चैंपियन हैं और अगर उनके साथ कुछ अनहोनी घटना होती है तो फिर क्या होगा, इससे किसको नुकसान होगा। इससे केवल उनका ही नहीं सबका नुकसान होगा।

मंत्रालय को पत्र लिखने वाले राष्ट्रीय कोच विजय कुमार ने कहा कि पूर्व में दो भारोत्तोलकों ने उनके खाने में किसी के द्वारा कुछ मिलाने के बारे में शिकायत की थी। एनआइएस पटियाला में माहौल अच्छा नहीं है और हमें डर है कि कुछ बाहरी लोग कुछ भी कर सकते हैं और खाने-पीने में प्रतिबंधित पदार्थ मिला सकते हैं। हमें सावधान रहना चाहिए। थोड़े समय पहले कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था जिसमें दो भारोत्तोलक पहले नकारात्मक पाए गए थे और फिर पांच दिन बाद उनका डोप टेस्ट पॉजिटिव आया था। उन भारोत्तोलकों ने खाने में मिलावट की शिकायत की थी।

मीराबाई के अनुरोध पर कुमार ने कहा कि इससे पहले उनके साथ खाने या पीने में कुछ मिलाने की कोई ऐसी घटना नहीं हुई है लेकिन वह सावधानी बरतना चाहती हैं। भारतीय भारोत्तोलक तीन हफ्ते तक अगले एशियन गेम्स के सिलसिले में थाईलैंड में अभ्यास करेंगे जो कि 18 अगस्त से दो सितंबर के बीच इंडोनेशिया में आयोजित होगा। एशियन गेम्स से कुछ दिन पहले भारोत्तोलक थाईलैंड से सीधे जकार्ता पहुंचेंगे जिससे उन्हें माहौल से अभ्यस्त होने में मदद मिलेगी।

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