फेक न्यूज से परेशान हुआ भारतीय वॉलीबॉल संघ
यह फेक न्यूज शरारती तत्वों ने फैलाई है और हम इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। भारत में सोशल मीडिया फेक न्यूज से भरा पड़ा है। अभी तक इसका ज्यादातर असर राजनीतिक पोस्टों में किया जाता है, लेकिन अब खेलों में भी इसने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इसका सबसे ज्यादा ताजा उदाहरण एशियन गेम्स में भाग लेने वाली भारतीय वॉलीबॉल टीम पर देखने को मिला।
सोशल मीडिया और खासकर फेसबुक पर भारतीय वॉलीबॉल संघ (वीएफआइ) के दो धड़ों के लोग सक्रिय हैं जो एक-दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूकते, लेकिन इस बार इसके लिए फेक न्यूज का सहारा लिया गया और जिसके बाद वीएफआइ को खंडन जारी करना पड़ा।
हुआ यूं कि हमेशा से विवादों में रहने वाले वीएफआइ के विरोधी धड़े ने फेसबुक पर खबर चलाई कि राष्ट्रीय खेल संघ ने जकार्ता में एशियन गेम्स में भाग लेने गई वॉलीबॉल टीम के खराब प्रदर्शन के बाद पांच खिलाडि़यों को निलंबित कर दिया है। अचानक ही वीएफआइ के इस कदम का विरोध होना शुरू हो गया। वीएफआइ के महासचिव रामअवतार सिंह जाखड़ ने तुरंत इसका खंडन जारी करते हुए कहा कि भारत की पुरुष और महिला टीम को लेकर सोशल मीडिया में गलत खबरें चलाई जा रहीं हैं। हमने किसी भी खिलाड़ी को निलंबित नहीं किया है।
हम यह भी बताना चाहते हैं कि वीएफआइ का कोई फेसबुक एकाउंट ही नहीं है। जाखड़ ने अपनी टीम का बचाव करते हुए कहा कि दोनों टीमों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले दो वर्षो में ज्यादा विदेशी दौरे नहीं होने के कारण हम पदक नहीं जीत पाए। हमें अपनी टीम पर विश्वास है और उम्मीद है कि वह भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करते हुए वापसी करेगी।
यह फेक न्यूज शरारती तत्वों ने फैलाई है और हम इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मालूम हो कि आजकल लगातार सोशल मीडिया में फेक खबरों की बाढ़ आई हुई है। केंद्र सरकार से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस पर चिंता जता चुके हैं।