Move to Jagran APP

विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के ट्रायल में विनेश ने नहीं खेला दूसरा मैच, संगीता की हुई वापसी

स महीने की शुरुआत में अनुशासनात्मक कारणों से भारतीय कुश्ती महासंघ का निलंबन झेलने वाली विनेश को बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। मंगलवार को ट्रायल में सभी की नजरें उन पर थी लेकिन वह शुरू ही से कमजोर नजर आईं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 31 Aug 2021 07:29 PM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 07:29 PM (IST)
विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के ट्रायल में विनेश ने नहीं खेला दूसरा मैच, संगीता की हुई वापसी
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट (एपी फोटो)

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही जिन्होंने कुश्ती विश्व चैंपियनशिप के लिए ट्रायल बीच में ही छोड़ दिया जबकि उनकी चचेरी बहन संगीता (62 किग्रा) ने तीन साल बाद मैट पर शानदार वापसी करते हुए भारतीय टीम में जगह बनाई।

loksabha election banner

इस महीने की शुरुआत में अनुशासनात्मक कारणों से भारतीय कुश्ती महासंघ का निलंबन झेलने वाली विनेश को बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। मंगलवार को ट्रायल में सभी की नजरें उन पर थी, लेकिन वह शुरू ही से कमजोर नजर आईं। विनेश ने 55 किग्रा के पहले मुकाबले में अंजू को 10-5 से हराया, लेकिन वह फार्म में नहीं दिखीं। इसके बाद पिंकी के खिलाफ वह मैट पर उतरी ही नहीं जिससे दो से 10 अक्टूबर तक होने वाली चैंपियनशिप में पिंकी को टीम में जगह मिली। विनेश ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मुझे क्या हो गया है। चोट नहीं है, लेकिन मुझे चक्कर आ रहे थे। मेरा शरीर पहले जैसा नहीं है। मैं डाक्टर को दिखा रही हूं। शायद कोरोना संक्रमण का शरीर पर असर हुआ है।'

ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया की पत्नी संगीता घुटने के दो आपरेशन के बाद मैट पर उतरीं। उन्होंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप रजत पदक विजेता संजू देवी को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया और फिर मनीषा को 9-5 से मात दी। मुकाबले के दौरान बजरंग कोच कार्नर पर खड़े थे। संगीता घुटने के आपरेशन के कारण 2018 विश्व चैंपियनशिप नहीं खेल सकी थीं। फिर 2019 में उनके बायें घुटने का भी आपरेशन हुआ। संगीता ने कहा, 'मेरे पिता (महावीर फोगाट) ने मुझे कुश्ती सिखाई और अब बजरंग प्रेरित करने के साथ सलाह देते रहते हैं।' इसी 62 किग्रा में रियो ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को मनीषा ने हराकर उन्हें चौंका दिया था।

इस दौरान जूनियर पहलवानों ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। शुभम कौशिक ने फ्री स्टाइल में सीनियर राष्ट्रीय चैंपियन पंकज को 8-3 से हराने के बाद रेलवे के अरूण को 57 किग्रा में 8-4 से मात दी। यश ने अमित धनकड़ को 74 किग्रा फाइनल में हराया। वहीं, गौरव बालियान ने नरसिंह यादव को मात दी। पृथ्वीराज पाटिल ने 92 किग्रा और अनिरूद्ध गुलिया ने 125 किग्रा में क्वालीफाई किया। इस दौरान ग्रीको रोमन टीम के लिए भी ट्रायल हुए।

टीमें इस प्रकार हैं :

महिला : हैनी कुमारी (50 किग्रा), पूजा जाट (53 किग्रा), पिंकी (55 किग्रा), अंशु मलिक (57 किग्रा), सरिता मोर (59 किग्रा), संगीता (62 किग्रा), भटेरी (65 किग्रा), रितु मलिक (68 किग्रा), दिव्या ककरान (72 किग्रा) और किरण (76 किग्रा)।

पुरुष : शुभम (57 किग्रा), रविंदर दहिया (61 किग्रा), रोहित (65 किग्रा), सुशील (70 किग्रा), यश (74 किग्रा), गौरव बालियान (79 किग्रा), संदीप सिंह (86 किग्रा), सत्यव्रत कादियान (97 किग्रा) और अनिरूद्ध गुलिया (125 किग्रा)।

ग्रीको रोमन : संदीप (55 किग्रा), ज्ञानेंद्र (60 किग्रा), गौरव दुहान (67 किग्रा), साजन (77 किग्रा), सुनील कुमार (87 किग्रा), रवि (97 किग्रा) और नवीन कुमार (130 किग्रा)।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.