उत्तर कोरिया टोक्यो ओलंपिक से हटा, चानू और विनेश के पदक के दरवाजे खुले
भारत की स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू और महिला पहलवान विनेश फोगाट की आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने की उम्मीद बढ़ गई है। मंगलवार को इस बात की घोषणा की गई है कि उत्तर कोरिया ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू और महिला स्टार पहलवान विनेश फोगाट के लिए एक खुशी की खबर आई। भारत की स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू और महिला पहलवान विनेश फोगाट की आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने की उम्मीद बढ़ गई है। मंगलवार को इस बात की घोषणा की गई है कि उत्तर कोरिया ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है।
पूर्व विश्व चैंपियन चानू महिला 49 किग्रा की टोक्यो खेलों की क्वालीफाइंग रैंकिंग में 3869.8038 रोबी अंक के साथ चौथे स्थान पर है। रोबी अंक अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ की अंकों की गणना करने की आधिकारिक प्रणाली है। चानू की निकटतम प्रतिद्वंद्वी उत्तर कोरिया की री सोंग गुम 4209.4909 अंक के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
री सोंग ने 2019 विश्व चैंपियनशिप में चानू को पछाड़कर कांस्य पदक जीता था। तब भारतीय खिलाड़ी के 201 किग्रा के मुकाबले उत्तर कोरिया की खिलाड़ी ने 204 किग्रा वजन उठाया था। मौजूदा क्वालीफाइंग रैंकिंग में शीर्ष पांच में चीन की तीन भारोत्तोलक शामिल हैं। हाउ झीहुई (4703.1982) शीर्ष पर चल रही हैं जबकि गत विश्व चैंपियन और विश्व रिकॉर्ड धारक जियांग हुईहुआ (4667.8878) दूसरे स्थान पर हैं। झेंग रोंग (3837.8294) पांचवें स्थान पर काबिज हैं।
चीन की इन तीनों खिलाडि़यों में से हालांकि एक ही ओलंपिक में हिस्सा ले पाएगी क्योंकि भारोत्तोलन में एक देश एक भार वर्ग में एक ही खिलाड़ी को उतार सकता है जिससे चानू अपने भार वर्ग में दूसरी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बन जाती हैं। 26 साल की चानू 16 से 25 अप्रैल तक उज्बेकिस्तान के ताशकंद में होने वाले एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा पेश करेंगी।
फोगाट को राहत :
विनेश 53 किग्रा में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। वह 2019 विश्व चैंपियनशिप में जापान की खिलाड़ी मायू मुकाडिया के खिलाफ हार गई थी और कांस्य पदक जीता था। उत्तर कोरिया की पाक योंग मि ने स्वर्ण जीता था। पाक योंग मि इस स्पर्धा में सबसे कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं। उन्होंने 2018 एशियन गेम्स में एक स्वर्ण पदक जीता जबकि एशियन चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण जीते थे। विनेश के अलावा अन्य भारतीय महिला पहलवानों को भी फायदा होगा।
50 किग्रा में विश्व कांस्य पदक विजेता किम सोन-हयान के नहीं आने से सीमा बिस्ला को फायदा होगा जबकि 57 किग्रा में विश्व चैंपियनशिप की क्वार्टर फाइनलिस्ट जोंग इन सोन के भी नहीं होने से अंशू मलिक के लिए भी यह अच्छी खबर है। हालांकि ओलंपिक के लिए सिर्फ विनेश ही क्वालीफाई कर पाई हैं, लेकिन अन्य भारतीय पहलवानों के पास कोटा हासिल करने का मौका है क्योंकि वे सभी नौ से 11 अप्रैल को कजाखस्तान में एशियन ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले में खेलेंगे। कुश्ती में उत्तर कोरिया की महिला पहलवान रिम जोंग-सिम को 62 किग्रा में कोटा मिला है और ये देखना बाकी है कि अन्य को कोटा कैसे दिया जाता है।