ओलंपिक पर कोरोना भारी, 124 साल के इतिहास में पहली बार टालना पड़ा ओलंपिक गेम्स
1st time Postponement in 124 years of Olympics History यह ओलंपिक के 124 साल के इतिहास में पहली बार है कि ओलंपिक गेम्स को स्थगित करना पड़ा है।
टोक्यो, एएफपी। जापान के प्रधानमंत्री और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (आइओसी) मंगलवार को टोक्यो 2020 ओलंपिक गेम्स को एक वर्ष के लिए स्थगित करने के लिए राजी हो गए। यह फैसला दुनियाभर के देशों के कोरोना वायरस से जुझने की वजह से लिया गया है और यह ओलंपिक के 124 साल के इतिहास में पहली बार है कि ओलंपिक गेम्स को स्थगित करना पड़ा है।
जापान के प्रधानमंत्री एबी शिंजो ने कहा "मैंने आइओसी अध्यक्ष थॉमस बाक के आगे मंगलवार को टेलीफोन पर बातचीत में ओलंपिक को एक साल स्थगित करने का फैसला लिया था, जिसे उन्होंने पूरी तरह से मान लिया।"
टोक्यो को लगा बड़ा झटका
यह फैसला टोक्यो शहर के लिए बड़ा झटका हो सकता है क्योंकि आयोजनकर्ताओं ने तय समय से पहले अपनी तैयारियां पूरी कर ली थी। स्टेडियम को भी खूबसूरती के साथ सजाया गया था और टिकट भी बिकने शुरु हो गए थे। ओलंपिक बहिष्कार, आतंकवादी हमले और प्रदर्शनों का गवाह रहा है, लेकिन 1948 से यह प्रत्येक चार वर्ष बाद होता आया है।
यह कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ दुनिया का बड़ा खेल आयोजन हैं। वायरस की वजह से पूरी दुनिया के सभी खेल इसकी वजह से बंद हैं। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि अगले वर्ष यह किस समय आयोजित होंगे।
ओलंपिक स्थगित करने का था दबाव
आइओसी पर पिछले कुछ दिनों से ओलंपिक गेम्स को स्थगित करने का दबाव बन रहा था। 24 जुलाई से शुरू होने वाले इस खेल में भाग लेने वाले देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहे थे। ट्रेनिंग करना कई एथलीटों के लिए नामुमकिन हो गया और उनके पास घरों में बंद होने का एकमात्र विकल्प था। टूर्नामेंट और क्वालीफायर्स रद हो गए, वहीं दुनिया भर में यात्रा भी इस वक्त बंद हो चुकी हैं।
रविवार को ही आइओसी ने गेम्स के स्थगन पर फैसला चार सप्ताह के अंदर लेने की बात कही थी, लेकिन कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सहित अमेरिकी ओलंपिक संघ, विश्व एथलेटिक्स के तय समय पर ओलंपिक होने पर बहिष्कार की बात कहने पर जुलाई से गेम्स का शुरू होना लगभग नामुमकिन हो गया था।