Tokyo Olympic 2020 स्थगित होने पर भारतीय कोच का आया रिएक्शन
अब तक लगभग 80 भारतीय एथलीटों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है और क्वालीफायर के दोबारा शुरू होने के बाद यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, एजेंसी। इस साल जुलाई में होने वाले टोक्यो ओलंपिक को कोरोना वायरस की वजह से एक साल के स्थगित करने का फैसला लिया गया है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और इंटरनेशनल ओलंपिक संघ के अध्यक्ष ने साथ मिलकर यह फैसला लिया। खेलो के इस महाकुंभ के स्थगित होने की वजह से कई खिलाड़ियों को निराशा हुई है लेकिन वो हालिया स्थिति की वह से इसमें हिस्सा लेने से डरे हुए भी थे।
अब तक लगभग 80 भारतीय एथलीटों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है और क्वालीफायर के दोबारा शुरू होने के बाद यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। भारतीय निशानेबाजों को जल्द ही रेंज सिमुलेटर-एसआइयूएस एस्कॉर की इलेक्ट्रानिक लक्ष्य प्रणाली मुहैया कराई जाएगी जिससे वे इंडोर में भी अच्छी तरह से अभ्यास कर पाएंगे।
अपने जमाने के दिग्गज निशानेबाज और राष्ट्रीय पिस्टल कोच जसपाल राणा ने कहा, "हम पहले ही इसे पाने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन इसमें अब भी एक महीने का समय लग सकता है। एसआइयूएस एस्कॉर रेंज से निशानेबाजों को इंडोर अभ्यास करने में मदद मिलेगी।"
ओलंपिक के लिए नौ मुक्केबाजों और इतनी ही संख्या में ट्रैक एवं फील्ड खिलाडि़यों ने क्वालीफाई किया है। मुक्केबाजी टीम के कोच सैटियागो नीवा ने कहा, "मैं 2021 खेलों की तारीखों की घोषणा होने के बाद ही योजनाओं को फिर से तैयारी करूंगा। हमें यह जानने की जरूरत है कि अगले क्वालीफायर कब हैं। हम वास्तव में चिंतित नहीं हैं क्योंकि हमने 13 में से नौ भार वर्ग में क्वालीफिकेशन हासिल किए हैं।"
वहीं, राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा, "मुझे लगता है कि एक साल अच्छा समय है। हमारे पास लय हासिल करने का पर्याप्त समय होगा। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि तैयारी पर कोई समस्या या नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।"
कुश्ती के कोच वाल्लेर एकोस ने के कहा, "विनेश के लिए इसका सकारात्मक पहलू यह है कि हमें सर्वश्रेष्ठ प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ तैयारी करने के लिए एक साल और मिल रहा है।"