आइओए के शोले बने अंगारे, अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा और महासचिव राजीव मेहता के बीच की मतभेद गहरे हुए
आइओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा और महासचिव राजीव मेहता के बीच की मतभेद और बढ़ गए हैं।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा और महासचिव राजीव मेहता के बीच की मतभेद और बढ़ गए हैं। आइओए में काम के बंटवारे को लेकर गुरुवार को जो शोले भड़के थे वो शुक्रवार को अंगारे बन गए।
आइओए में कार्य विभाजन को लेकर दोनों ने गुरुवार को एक दूसरे पर ईमेल से हमला किया था। शुक्रवार को बत्रा ने फिर जवाबी ईमेल में लिखा कि मैंने जो भी आपको बातें कही थीं, वह सभी अच्छे इरादे के साथ थी, लेकिन अब मैंने आपके जवाबी मेल के विचार को समझ लिया है। मैंने यह महसूस किया है कि आप वह सब कुछ बता रहे हैं जो आपके दिल और दिमाग में है। जब भी मुझे आइओए से संबंधित मामले में कोई भी फैसला लेना होगा मैं आपकी यह सलाह हमेशा अपने दिमाग मे रखूंगा।
इससे पहले एथलीट की ट्रेनिंग को लेकर भी दोनों की राय अलग थीं। दरअसल, मेहता का कहना था कि जब कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो हम ट्रेनिंग को फिर से शुरू करने को लेकर दौड़ रहे हैं। एथलीट हमारे लिए राष्ट्रीय खजाना हैं और उनका स्वास्थ्य हमारे लिए पहली प्राथमिकता है। उन्हें फिर से ट्रेनिंग शुरू करने का दबाव बनाना सही नहीं है। अगर उनमें से किसी को कोरोना हो गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
बत्रा ने मेहता को ईमेल के जरिये सूचित किया था कि मैंने फैसला किया है कि आपके काम को कुछ कम कर दिया जाएगा और दिल्ली में कुछ लोगों के साथ आपकी जिम्मेदारियों को विभाजित कर दिया जाएगा। इससे आप नैनीताल में अपने परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत कर पाएंगे और साथ ही उत्तराखंड में अपने व्यवसाय पर ध्यान लगा पाएंगे। इस पर मेहता ने जवाब दिया था, आइओए के महासचिव के रूप में मैं मुझे सौंपे गए कार्य भार के साथ पूरी तरह से सहज हूं और आपको भी दिल्ली में अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहिए।
ओलंपिक तैयारियों को प्रभावित कर सकता है एक गलत कदम : मेहता
आइओए के महासचिव राजीव मेहता ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बावजूद खिलाडि़यों की अभ्यास में वापसी को लेकर जल्दबाजी के प्रति आगाह करते हुए कहा कि एक गलत कदम हमारी ओलंपिक तैयारियों पर भारी पड़ सकता है। मेहता ने अपना यह विरोध तब जताया है जबकि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने गुरुवार को खिलाडि़यों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की जिसे खेल मंत्रालय से मंजूरी प्राप्त है।
मेहता ने कहा कि भगवान न करे अगर किसी खिलाड़ी का परीक्षण पॉजिटिव आता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। उस अभागे खिलाड़ी को भुगतना पड़ेगा और इससे उसकी ओलंपिक तैयारियां प्रभावित हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि अभ्यास बहाल करने के लिए खिलाडि़यों के साथ जबरदस्ती नहीं की जानी चाहिए। मेहता ने कहा कि यह मेरे निजी विचार है कि खिलाडि़यों को अभी आउटडोर अभ्यास के लिए नहीं जाना चाहिए।
आइओए ने बनाई कानूनी समिति
आइओए ने 2020-21 सत्र के लिए कानूनी समिति का पुर्नगठन किया है। इस समिति में पांच सदस्य हैं, जो आइओए से जुड़े कानूनी मामले देखेंगे। इस समिति में आरके आनंद को चेयरमैन, राजीव मेहता को संयोजक, के. गोविंदराज, प्रेम वर्मा, मुकेश कुमार को सदस्य बनाया गया है।