यूथ ओलंपिक : पदक जीतने वाली पहली जुडोका बनीं तबाबी देवी थांगजाम
तबाबी ने यूथ ओलंपिक गेम्स में जूडो में रजत पदक जीता।
ब्यूनस आयर्स, प्रेट्र। तबाबी देवी थांगजाम ने यूथ ओलंपिक गेम्स में जूडो में रजत पदक जीता। वह ओलंपिक स्तर (जूनियर एवं सीनियर) में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। तबाबी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 44 किलोग्राम स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश किया, जहां उन्हें वेनेजुएला की मारिया जिमेनेज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। जिमेनेज ने भारतीय खिलाड़ी को दो मिनट आठ सेकंड तक चले मुकाबले में 11-0 से शिकस्त दी। भारत ने अभी तक सीनियर या जूनियर किसी भी स्तर पर जूडो में कभी ओलंपिक पदक नहीं जीता था।
तबाबी ने सेमीफाइनल में क्रोएशिया की विक्टोरिया पुलिजिच को 10-0 से हराया था, उससे पहले उन्होंने भूटान की यांगचेन वांगमो को 10-0 से मात दी थी। इस रजत के साथ इस यूथ ओलंपिक में भारत के कुल दो पदक हो गए हैं। इससे पहले, तुषार माने ने निशानेबाजी में रजत पदक पर कब्जा करके भारत का खाता खोला था।
भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रिया को हराया
भारतीय महिला हॉकी टीम ने यूथ ओलंपिक गेम्स में अपने अभियान का विजयी आगाज किया। ब्यूनस आयर्स में खेले गए मैच में भारतीय टीम ने ऑस्टि्रया को 4-2 से हराया।
भारतीय अंडर-18 टीम ने लालरेमसियामी की ओर से चौथे मिनट में किए गए गोल के दम पर खाता खोला। इसके अगले ही मिनट में कप्तान सलीमा टेटे ने गोल किया और टीम को 2-0 की बढ़त दे दी। इस बीच ऑस्टि्रया की सबरीना हर्बी ने 13वें मिनट में गोल किया, लेकिन मुमताज खान ने 16वें मिनट में गोल कर एक बार फिर भारतीय टीम को 3-1 से आगे कर दिया। लालरेमसियामी ने एक बार फिर 17वें मिनट में भारतीय टीम के लिए गोल कर उसे 4-1 से आगे कर दिया। लॉरा केर्न ने ऑस्टि्रया के लिए 20वें मिनट में गोल किया और स्कोर 2-4 किया। इसके बाद भारतीय टीम ने अपने अच्छे डिफेंस से ऑस्टि्रया को गोल का मौका नहीं दिया और अंत में 4-2 से जीत हासिल की। भारतीय टीम का अगला मुकाबला उरुग्वे से होगा।