हेप्टाथलन में गोल्ड जीतने वाली स्वप्ना बर्मन को मिलेंगे सात जोड़ी विशेष जूते
स्वप्ना बर्मन की पैरों में छह-छह अंगुलियां हैं और उन्हें सामान्य जूते फिट नहीं आते।
नई दिल्ली, प्रेट्र। एशियन गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता स्वप्ना बर्मन को हेप्टाथलन की सभी सात स्पर्धाओं के लिए अलग-अलग सात जोड़ी विशेष जूते मिलेंगे। खेल सामग्री बनाने वाली प्रतिष्ठित कंपनी एडिडास ने यह घोषणा की।
इस साल हुए एशियन गेम्स की हेप्टाथलन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय स्वप्ना के दोनों पैरों में छह-छह अंगुलियां हैं।जकार्ता एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सभी को उनकी इस समस्या के बारे में पता चला था। मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, पिछले दो महीने से एडिडास स्वप्ना की परेशानी का हल निकालने के लिए भारत में अपने अधिकारियों और जर्मनी में अपने मुख्यालय में खिलाड़ी सेवा प्रयोगशाला के साथ विस्तृत काम कर रहा था। इस खिलाड़ी के पैर के आकलन के बाद कंपनी ने विशेष जूते तैयार कर स्वप्ना की मदद करने का फैसला किया। उन्हें अब प्रत्येक स्पर्धा के लिए एक यानी कुल सात जोड़ी जूते दिए जाएंगे।
बेहद गरीब पृष्ठभूमि के आने वाली स्वप्ना के लिए यही मुसीबत काफी नहीं है। उनकी सबसे बड़ी समस्या तो उनके खुद के पैर हैं, जिनके दोनों पंजों में छह-छह अंगुलियां हैं। पंज की अतिरिक्त चौड़ाई के चलते ऐसी स्थिति में उनके लिए सामान्य जूतों का फिट आना बेहद मुश्किल काम है। ऐसे हालात में एथलीट के लिए खास किस्म के जूते बनाए जाते हैं जिनका खर्चा उठा पाना पाना स्वप्ना के लिए संभव नहीं था।बहरहाल कुछ सामाजिक संगठनों की मदद से स्वप्ना ने अमेरिका से ऐसे खास जूते मंगाकर अपनी ट्रेनिंग का आगाज किया, जिसका अंजाम जकार्ता में स्वर्ण पदक के साथ हुआ।