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सुशील कुमार इंजरी की वजह से नहीं ले पाएंगे ओलंपिक ट्रायल में हिस्सा

सुशील कुमार इंजरी की वजह से ओलंपिक ट्रायल में हिस्सा लेने से चूक जाएंगे।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 08:17 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 08:17 PM (IST)
सुशील कुमार इंजरी की वजह से नहीं ले पाएंगे ओलंपिक ट्रायल में हिस्सा
सुशील कुमार इंजरी की वजह से नहीं ले पाएंगे ओलंपिक ट्रायल में हिस्सा

नई दिल्ली, प्रेट्र। चोटिल सुशील कुमार के पुरुषों के 74 किग्रा फ्रीस्टाइल के ट्रायल टालने के आग्रह के बावजूद भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) ने इस वर्ग के ट्रायल भी पूर्व कार्यक्रम के अनुसार करवाने का फैसला किया है। इस स्टार पहलवान को हालांकि मार्च में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिल सकता है।

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अपने करियर को पुनर्जीवित करने के लिए संघर्षरत सुशील हाथ में चोट के कारण शुक्रवार को होने वाले ट्रायल से हट गए हैं और उन्होंने अपने वर्ग के ट्रायल को टालने का आग्रह किया। ट्रायल के विजेता को रोम में 15 से 18 जनवरी के बीच होने वाले पहले रैकिंग सीरीज टूर्नामेंट, नई दिल्ली में 18 से 23 फरवरी के बीच होने वाली एशियाई चैंपियनशिप और चीन के झियान में 27 से 29 मार्च के बीच होने वाले एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के लिए भारतीय टीम में जगह मिलेगी।

डब्ल्यूएफआइ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि सभी वर्गों (पुरुष फ्रीस्टाइल में पांच और ग्रीको रोमन में छह) में आयोजित किए जाएंगे। सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर ट्रायल टाले नहीं जाएंगे। हमारे पास 74 किग्रा में लड़ने वाले पहलवान हैं। सुशील अगर चोटिल हो गए तो हम क्या कर सकते हैं।

डब्ल्यूएफआइ अध्यक्ष से पूछा गया कि क्या सुशील को एशियाई क्वालीफायर में मौका दिया जाएगा, उन्होंने कहा कि हम रैंकिंग सीरीज में 74 किग्रा के विजेता का प्रदर्शन देखेंगे। इसके बाद ही हम अगले कदम पर फैसला करेंगे। पुरुष फ्रीस्टाइल में रवि दहिया (57 किग्रा), बजरंग (65 किग्रा) और दीपक पूनिया (86 किग्रा), जबकि महिला वर्ग में विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने नूर सुल्तान में विश्व चैंपियनशिप में टोक्यो ओलंपिक गेम्स के लिए कोटा हासिल किया था। रवि, दीपक और विनेश को ट्रायल में भाग लेने के लिए कहा गया है। इन वर्गों के लिए मुकाबला केवल रोम और नई दिल्ली प्रतियोगिताओं के लिए होगा।

डब्ल्यूएफआइ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा कि अगर डब्ल्यूएफआइ को लगता है कि मार्च में एशियाई क्वालीफायर (टोक्यो गेम्स के लिए) के लिए दमदार उम्मीदवार नहीं है तो सुशील को ट्रायल में शामिल होने के लिए कहा जा सकता है। सुशील अपने करियर को फिर से ढर्रे पर लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वह अपने रूसी कोच कमाल मालिकोव के साथ अभ्यास कर रहे थे।

सुशील ने कहा कि मैं दो सप्ताह में फिट हो जाऊंगा। चिंता मत करो, मैं वापसी करूंगा। विश्व चैंपियनशिप के बाद अभ्यास करते हुए मैं चोटिल हो गया था। डब्ल्यूएफआइ इस बारे में जानता है। अगर वे ट्रायल करवाना चाहते हैं तो ठीक है। महिला ट्रायल शनिवार को लखनऊ में होंगे।

पहलवान विनेश ने कहा, खास होगा 2020

भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि 2019 सभी तरह की भावनाओं से भरपूर था और इस साल उन्होंने काफी कुछ सीखा। विनेश मानती हैं कि 2020 उनके लिए खास होने वाला है क्योकि वह दूसरी बार ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। विनेश ने ट्वीट किया कि 2019 भावनाओं से ओतप्रोत रहा। कुछ अच्छी यादें हैं तो कुछ बुरी। मैंने साल की शुरुआत गुस्से और मन में डर लिए हुए की थी। मुझे नया कोच मिला। अभ्यास की पूरी प्रक्रिया बदल गई और सबसे अहम बिलकुल नया वजन वर्ग था।

रियो ओलंपिक में विनेश क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं। वह चोटिल थीं और यही उनकी हार का कारण बना था। रियो के बाद विनेश ने दो बार अपना वजन वर्ग बदला है। मार्च 2019 में उन्होंने 53 किग्रा वर्ग में किस्मत आजमाने का फैसला किया। यह चोट से बचने के लिए लिया गया फैसला था। विनेश ने आगे लिखा कि मुझे लगता है कि नए वजन वर्ग ने बड़ा अंतर पैदा किया है और अब मुझे लगने लगा है कि मैं कुछ हासिल कर सकती थी। मैंने यह लक्ष्य हासिल किया। अब मेरा लक्ष्य ओलंपिक पदक है और इसी को ध्यान में रखते हुए मैं मेहनत कर रही हूं।

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