2024 ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए विदेशी एथलेटिक्स कोच का अनुबंध बढ़ा
जुलाई में मंत्रालय ने फैसला किया था कि वह ओलंपिक चक्र के साथ विदेशी और भारतीय कोचों का अनुबंध बढ़ाएगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। खेल मंत्रालय ने दो महीने पहले लिए गए एक अहम फैसले पर शनिवार को अमल किया। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि उन्होंने 2024 ओलंपिक, 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स को ध्यान में रखते हुए नौ विदेशी कोचों और सहयोगी स्टाफ के अनुबंध बढ़ाए हैं। इसमें एथलेटिक्स के हाई परफॉर्मेस निदेशक भी शामिल हैं।
दो महीने पहले जुलाई में मंत्रालय ने फैसला किया था कि वह ओलंपिक चक्र के साथ विदेशी और भारतीय कोचों का अनुबंध बढ़ाएगा। इस फैसले के बारे में खेल मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि इससे एथलीटों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा, हमारे एथलीटों के लिए स्पष्ट रोड मैप है क्योंकि हमारी निगाहें 2024 और 2028 की सर्वश्रेष्ठ तैयारियों पर लगी हैं। कोचों के अनुबंध को बढ़ाने का फैसला हमारे एथलीटों को फायदा पहुंचाएगा क्योंकि उनकी समान कोच से ट्रेनिंग जारी रहेगी।
भारत का लक्ष्य ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने प्रदर्शन को और बेहतर करना है। इसके लिए विदेशी कोच की मदद ली जा रही है। विदेशी टीमों के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए भारत में भी खेल के उसी प्रकृति को पैदा करने की कोशिश है। भारतीय खिलाड़ी पहले से ही विश्व मंच पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हैं। उनके खेल को लगातार बेहतर बनाए रखने के में विदेशी कोच सहायक सिद्ध हुए हैं।
खेल मंत्री ने कहा, कोच हमारे एथलीटों को एलीट स्तर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं और इससे भारत के विभिन्न बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पदक जीतने की संभावनाएं सुधरेंगी। भारत की महान एथलीट और विश्व चैंपियनशिप पदकधारी अंजू बॉबी जार्ज ने इस कदम का स्वागत किया।
उन्होंने कहा, यह कदम स्वागत योग्य है जिससे हमारे खिलाडि़यों को काफी फायदा मिलेगा। किसी भी अन्य खेल की तुलना में एथलेटिक्स में तकनीक और लगातार ट्रेनिंग काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रतिस्पर्धा सत्र आमतौर पर काफी लंबा होता है।