बच्चों के साथ 'सांप सीढ़ी' का खेल खेलकर देखिए, मालूम चल जाएगा कितने 'लकी' है आप
याद करो बचपन में वो सांप सीढ़ी वाला खेल जब 98 पर जाकर जीत के करीब पहुंचकर 99 पर सांप काट लेता था और एक बार फिर शुरू से शुरुआत करनी पड़ती थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। गुस्सा और चिढ़-चिढ़ करता इंसान ना तो खुद खुश रहता है और ना आस पास के लोगों को खुश रहने देता है। याद करो बचपन में वो सांप सीढ़ी वाला खेल जब 98 पर जाकर जीत के करीब पहुंचकर 99 पर सांप काट लेता था और एक बार फिर शुरू से शुरुआत करनी पड़ती थी। गुस्सा तो बड़ा आता था लेकिन दोबारा जीतने का जुनून इस मलाल को कम कर देता था।
कोरोना वायरस के संक्रमण क लड़ने के लिए हमें इस वक्त घर पर रहना जरूरी है। हालांकि घर में बंद रहना ऑफिस जाने या स्कूल जाने से ज्यादा मुश्किल काम है। लेकिन घर पर बैठे बैठे हम बच्चों के साथ ऐसे खेल खेल सकते हैं जो उनको बेहतर इंसान बनने में मदद कर सकता है। सांप सीढ़ी के खेल में अपने गुस्से पर काबू रखना और दूसरों की खुशी में खुश होना सीखते हैं वहीं अपने किसमत को भी आजमाने का मौका मिलता है।
मुश्किलों से लड़ने और नई शुरुआत का जज्बा
सांप सीढ़ी का खेल ऐसा होता है जो बचपन को मुश्किलों में हार ना मानने की कला सिखाता है। जीवन में असफलता मिलने पर नई शुरुआत कर दोबारा खड़े होने का जज्बा सिखाता है यह खेल। जब आप आगे बढ़ रहे होते हैं तो सांप काटने की वजह से दोबारा नीचे पहुंच जाते हैं जो मुश्किलों से लड़ने की शिक्षा देता है।
सुख और दुख को बराबर संभालने की कला
सांप सीढी का खेल कुछ ऐसा है जिसमें आपको सफलता की सीढ़ी मिलेगी तो असफलता के सांप भी काटेंगे। मतलब यह आपके बच्चों को यह सिखाता है कि अगर सफल होंगे तो आगे बढ़ते हुए असफलता का स्वाद भी चखना पड़ सकता है। जीत उसे मिलती है जो असफल होने के बाद भी निरंतर लगा रहे और बार बार सांप के काटने के बाद भी आगे बढ़ने की कोशिश करे, आखिरी में सफलता हासिल करे।
किस्मत का है यह खेल
इस खेल में जीतने वाली किसमत का धनी होना चाहिए क्योंकि मेहनत करने के बाद भी आपको रास्ते में कोई ना कोई सांप तो काट ही लेता है। ऐसे आप कितने लकी हैं इसकी जानकारी लेनी हो तो यह खेल जरूर खेलना चाहिए। जिसे जितनी ज्यादा सीढ़ी मिले वो उतना ज्यादा भाग्यशाली और जिसको जितने ज्यादा सांप डसे वो उतना ही ज्यादा अनलकी
खेल का नियम
सांप और सीढी चार लोगों के बीच खेला जा सकता है। चार अलग अलग रंग की गोटी होती है। एक डाइस होता है जिसपर एक से 6 तक के अंक लिखे होते हैं। डाइस को फेंकना होता है और जितने अंक आए अपनी गोटी को उतनी बार बोर्ड पर आगे बढ़ाना होता है। बोर्ड पर 1 से 100 तक अंक लिखे होते हैं जिसमें अलग अलग अंकों पर सीढ़ी और सांप बने होते हैं। सीढ़ी मिले तो उपर चढ़ जाइए और जो सांप काटे तो फिर नीचे उसकी पूछ पर लुढ़क जाइए। 100 पर पहुंचने वाला खिलाड़ी विजेता होता है।