हमारी युवा महिला मुक्केबाजों में मेडल जीतने की क्षमता: मैरीकॉम
मैरीकॉम के अलावा लैशराम सरिता देवी भी इस प्रशिक्षण में हिस्सा ले रही हैं। भारत में पहली बार यह टूर्नामेंट होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। युवा मुक्केबाजों के साथ यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में अभ्यास कर रही 2012 लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और पूर्व विश्व चैंपियन भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम का मानना है कि भारत की युवा महिला मुक्केबाजों में शानदार प्रतिभा और क्षमता है।
उन्होंने कहा, 'कैंप के दौरान मैं खिलाड़ियों से मिलती रहती हूं। इस टीम में काफी क्षमता है। इन खिलाड़ियों को बस यह बताने की जरूरत है कि उनका लक्ष्य क्या है। आप यकीन कीजिए, इनमें से जल्द ही कोई चैंपियन बनेगा। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की नई खेप देखकर अच्छा लगता है। हमारे पास जिस तरह की प्रतिभा है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय मुक्केबाजी सही दिशा में अग्रसर है।'
यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत की पदक जीतने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर मैरीकॉम ने कहा, 'कितने पदक आएंगे, यह कोई नहीं बता सकता। मैं भी सही-सही नहीं बता सकती, लेकिन ये लड़कियां काफी मेहनती हैं। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि ये अपने दमखम के दम पर टूर्नामेंट में भारत का नाम रोशन करेंगी। मुक्केबाज टूर्नामेंट में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे।'
भारत का युवा मुक्केबाजी दल अगले महीने 19 से 26 नवंबर तक गुवाहाटी में होने वाली एआइबीए यूथ वर्ल्ड मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिए यहां अंतिम चरण का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है। मैरीकॉम के अलावा लैशराम सरिता देवी भी इस प्रशिक्षण में हिस्सा ले रही हैं। भारत में पहली बार यह टूर्नामेंट होगा।