खेल मंत्री किरण रिजिजू बोले - भारत की नई एजुकेशन पॉलिसी में हो स्पोर्ट्स एजुकेशन
भारत के खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि देश की नई एजुकेशन पॉलिसी में स्पोर्ट्स एजुकेशन भी होनी चाहिए।
मुंबई, पीटीआइ। खेल मंत्री किरण रिजिजू खेल को स्कूल सिलेबस का एक अनिवार्य हिस्सा बनाना चाहते हैं। खेल मंत्री का कहना है कि देश की नई शिक्षा नीति (न्यू एजुकेशन पॉलिसी) में इसके हिस्से के रूप में स्पोर्ट्स होगा, न कि एक पाठ्येतर गतिविधि (extra-curricular activity)।
21 वीं सदी की ओलंपिज्म और ओलंपिक शिक्षा पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के उद्घाटन सत्र के दौरान गुरुवार को रिजिजू ने कहा, "भारत की नई शिक्षा नीति में भी शिक्षा के एक हिस्से के रूप में स्पोर्ट्स होना चाहिए, न कि अतिरिक्त पाठ्यचर्या वाली गतिविधियां।" उन्होंने आगे कहा है, "मैं हमेशा मानता हूं कि, शिक्षा एक है, खेल एक है। यह एक ही है।" रिजिजू ने कहा कि स्पोर्ट्स को एक वैकल्पिक विषय के रूप में नहीं देखा जा सकता है और इसे शिक्षा के एक भाग के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
खेल मंत्री ने कहा है, "स्पोर्ट्स यानी खेल भी एक शिक्षा है, इसलिए खेल पाठ्येतर गतिविधियां नहीं हो सकते हैं। इस तरह खेलों को एक वैकल्पिक विषय के रूप में नहीं माना जा सकता है ... शिक्षा के हिस्से के रूप में खेल को सभी को स्वीकार करना होगा। भारत की नई शिक्षा नीति अभी तक आधिकारिक रूप से घोषित नहीं की गई है, लेकिन यह लगभग अंतिम आकार में है। खेल मंत्रालय को शिक्षा व्यवस्था का एक अभिन्न अंग बनाने के लिए हमारी समिति ने हमारी बातचीत के दौरान और राष्ट्रीय समिति में मेरी भागीदारी को बहुत पहले ही जोर दे दिया है।"
रिजिजू ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय खेल शिक्षा बोर्ड के गठन के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। उन्होंने कहा है, "मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हमने पहले ही अपने राष्ट्रीय खेल शिक्षा बोर्ड की घोषणा कर दी है। अब यह एक गठन के चरण में है और मैंने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है और यह समिति राष्ट्रीय खेल शिक्षा बोर्ड को आकार में लाने के बारे में चर्चा कर रही है।" क्या देश में ओलंपिक म्यूजियम बनेगा इस पर विचार कोविड 19 महामारी के बाद किया जागा।