Kuortane Games: नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलिंपिक के बाद एक और गोल्ड किया भारत के नाम
टोक्यो ओलिंपिक में देश का नाम रोशन करने वाले स्टार ने फिनलैंड के कुओर्ताने गेम्स (Kuortane Games) में 86.89 मीटर का थ्रो करते हुए सोने के तमगे पर अपना नाम लिखा। नीरज ने यह पदक साल 2012 लंदन ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वालकाट को हराकर अपने नाम किया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारत के स्टार एथलीट ओलिंपिक गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा ने भारत की झोली में एक और गोल्ड मेडल डाला है। टोक्यो ओलिंपिक में देश का नाम रोशन करने वाले स्टार ने फिनलैंड के कुओर्ताने गेम्स (Kuortane Games) में 86.89 मीटर का थ्रो करते हुए सोने के तमगे पर अपना नाम लिखा। मुश्किल परिस्थिति में नीरज ने यह मेडल हासिल कर एक बार फिर से साबित कर दिया वह असली चैंपियन हैं।
नीरज ने यह पदक साल 2012 लंदन ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वालकाट को हराकर अपने नाम किया। वालकाट ने यहां सर्वश्रेष्ठ थ्रो में 86.64 मीटर भाला भेंका। भारत की तरफ से एक और एथलीट संदीप चौधरी ने 60.35 मीटर का थ्रो किया लेकिन वह मेडल नहीं जीत पाए और आठवें स्थान से उनको संतोष करना पड़ा।
Neeraj Chopra🌟 Silver earlier this week with a national record, a GOLD now. Solid comeback from the Olympian 💪 🇮🇳 #KuortaneGames | #Athletics
pic.twitter.com/UNGsv8FCdM— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) June 18, 2022
नीरज ने पहली कोशिश में भाले को 86.69 मीटर की दूरी तक थ्रो किया। इसके बाद के प्रयास में वह फिसले और उनका थ्रो अमान्य करार दिया गया। इसी दूरी के दम पर उन्होंने यहां पर गोल्ड हासिल किया हालांकि नीरज ने इसी महीने पावो नूरमी गेम्स में 89.30 मीटर का थ्रो कर नेशनल रिकार्ड बनाया था जिससे वह पीछे रह गए। कमाल की बात यह है कि रिकार्ड बनाने के बाद भी नीरज को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था।
चोटिल होने से बचे नीरज
बारिश होने की वजह से थ्रो करने में काफी परेशानी हो रही थी। फील्ड पर काफी पानी था और संतुलन बना पानी आसान नहीं था ऐसे में भी नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। जब वह अपना तीसरा प्रयास करने गए तो उनका पैर फिसल गया और वह लाइन से बाहर चले गए। नियम के मुताबिक उनके इस थ्रो को वैध नहीं माना गया। अच्छी बात यह रही की थ्रो करते वक्त फिसलने की वजह से उनको किसी तरह की चोट नहीं आई।