Mixed Martial Arts: रितु फोगाट ने बनाया रिकॉर्ड, जीता चौथा MMA खिताब
Mixed Martial Arts भारतीय पहलवान और मार्शल आर्ट्स फाइटर रितु फोगाट ने लगातार चौथा एमएमए चैंपियनशिप खिताब जीत लिया। भारत की इस खिलाड़ी ने फिलीपींस की जोमारी टोरेस को वन चैंपियनशिप के पहले दौर में तकनीकी नॉकआउट में हराया।
सोनू जांगड़ा, चरखी दादरी। मिक्स मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फौगाट की बेटी रीतू फौगाट ने अभी तक की अपनी सबसे कठिन प्रतिद्वंदी फिलीपींस की खिलाड़ी जोमारी द जाम्बोआंगिनियन फाइटर टोरेस को हरा दिया। दादरी जिले के गांव बलाली निवासी रीतू फौगाट ने एक वर्ष पहले मिक्स मार्शल आर्ट( एमएमए) में जाने का निर्णय लिया था।
रीतू एमएमए जाने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान है। रीतू का सपना एमएमए में विश्व की पहली महिला चैंपियन बनने का है। इसी मकसद से पहलवानी छोड़कर एमएमए के ¨रग में उतरी है। रीतू दंगल गर्ल गीता और बबीता फौगाट की सबसे छोटी बहन हैं। रीतू अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला कुश्ती खिलाड़ी रह चुकी हैं और अंतरराष्ट्रीय कुश्ती स्पर्धाओं में एक दर्जन मेडल जीत चुकी हैं। एक साल में रीतू की वन चैंपियनशिप की चार बाउट हुई हैं और रीतू ने चारों में जीत हासिल की है।
रीतू ने इससे पहले तीसरी बाउट में कंबोडिया की खिलाड़ी को एक तरफा शिकस्त दी थी। लक्ष्य तक पहुंचने के लिए करूंगी मेहनतरीतू फौगाट ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि उन्हें अभी काफी लंबा रास्ता तय करना है लेकिन वे लक्ष्य प्राप्त करने तक कड़ी मेहनत करने को तैयार है।
रीतू ने कहा कि उनका सपना भारत को उसका पहला मिश्रित मार्शल आर्ट विश्व चैंपियन देने का है। निश्चित तौर पर उनका कुश्ती का कैरियर शानदार रहा लेकिन वे कुछ नया करना चाहती थी। 25 नवंबर को रीतू की बड़ी बहन संगीता फौगाट की शादी थी। चार नवंबर को होने वाली बाउट की ट्रेनिंग के कारण वह शादी में भी शामिल नहीं हो पाई थी।
रितु फोगाट ने जीता चौथा एमएमए खिताब
भारतीय पहलवान और मार्शल आर्ट्स फाइटर रितु फोगाट ने लगातार चौथा एमएमए चैंपियनशिप खिताब जीत लिया। भारत की इस खिलाड़ी ने फिलीपींस की जोमारी टोरेस को वन चैंपियनशिप के पहले दौर में तकनीकी नॉकआउट में हराया। रितु ने एमएमए में अपना रिकॉर्ड 4-0 कर लिया है। उन्हें इस जीत पर बहन गीता और बबीता फोगाट ने भी बधाई दीं।
हरियाणा की 26 साल की रितु ने जीत के बाद कहा, मैं लगातार अच्छे प्रदर्शन की कोशिश कर रही हूं। यह आसान मुकाबला नहीं था लेकिन भविष्य में चुनौतियां और भी कठिन होंगी। अब मेरा ध्यान वन महिला एटमवेट ग्रांप्रि जीतने पर है और मैं मेहनत कर रही हूं।