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नस्ली हिंसा के विरोध में आगे आए अश्वेत खिलाड़ी, मेदेवर, हैमिल्टन, टाइगर वुड्स ने उठाई आवाज

अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड के मारे जाने के बाद नस्ली हिंसा के विरोध में खेल जगत से जुड़े अश्वेत खिलाड़ी भी उतर गए हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 05:39 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 05:39 PM (IST)
नस्ली हिंसा के विरोध में आगे आए अश्वेत खिलाड़ी, मेदेवर, हैमिल्टन, टाइगर वुड्स ने उठाई आवाज
नस्ली हिंसा के विरोध में आगे आए अश्वेत खिलाड़ी, मेदेवर, हैमिल्टन, टाइगर वुड्स ने उठाई आवाज

नई दिल्ली, जेएनएन। अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड के मारे जाने के बाद नस्ली हिंसा के विरोध में खेल जगत से जुड़े अश्वेत खिलाड़ी भी उतर गए हैं। सोमवार को वेस्टइंडीज के क्रिकेटर क्रिस गेल ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी। अब दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स समेत मौजूदा फॉर्मूला वन चैंपियन लुइस हेमिल्टन, एनबीए के महान खिलाड़ी माइकल जॉर्डन और युवा महिला टेनिस खिलाड़ी कोको गॉफ जैसे खिलाड़ी इसके विरोध में उतर आए हैं।

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अंतिम संस्कार का खर्च उठाएंगे पूर्व मुक्केबाज मेवेदर

दिग्गज मुक्केबाज फ्लॉयड मेवेदर ने अमेरिका में मारे गए फ्लॉयड के अंतिम संस्कार का खर्च उठाने की पेशकश की है। अमेरिकी अश्वेत नागरिक फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी, जिसके बाद पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन जारी है। मेवेदर की प्रमोशन कंपनी, मेवेदर प्रमोशन ने ट्विटर पर पुष्टि की है कि पूर्व विश्व चैंपियन मुक्केबाल मेवेदर ने फ्लॉयड के अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा उठाने का फैसला किया है।

पहली बार बोले वुड्स

फ्लॉयड की मौत के बाद पहली बार अमेरिका के दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स ने भी अपनी बात रखी है। मेरा दिल फ्लॉयड, उसके परिवार और उन सभी के लिए भरा जा रहा है, जिनको इससे दर्द पहुंचा है। वुड्स ने कहा कि मैंने हमेशा अपने देश के कानून का सम्मान किया है। वह अच्छे से जानते हंै कि कहां, कब और कैसे फोर्स की तैनाती करनी है। इस हादसे ने सभी सीमाएं तोड़ दी है। वहीं मैनचेस्टर युनाइटेड के फुटबॉलर पोल पोग्बा ने कहा कि मैं फ्लॉयड को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। अब समय आ गया है जब नस्लीवाद को रोकना होगा।

नस्लीवाद के खिलाफ बोले सैमी

वेस्टइंडीज के विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने आइसीसी से आग्रह किया कि क्रिकेट जगत या तो नस्लीवाद के खिलाफ आवाज उठाए या इस समस्या का हिस्सा कहलाने के लिए तैयार रहे। उन्होंने ट्वीट किया कि ताजा वीडियो देखने के बाद इस समय अगर क्रिकेट जगत अश्वेतों पर हो रही नाइंसाफी के खिलाफ खड़ा नहीं होगा तो उसे भी इस समस्या का हिस्सा माना जाएगा।

36 साल के सैमी ने कहा कि नस्लीवाद सिर्फ अमेरिका में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अश्वेतों को झेलना पड़ता है। उन्होंने सवाल दागा कि आइसीसी और बाकी सभी बोर्ड को क्या दिखता नहीं है कि मेरे जैसे लोगों के साथ क्या होता है। मेरे जैसे लोगों के साथ हो रही सामाजिक नाइंसाफी क्या नजर नहीं आती।


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