Interview: मनु भाकर बोलीं- टोक्यो ओलंपिक में एक नहीं, हर निशानेबाज होगा कड़ा प्रतिद्वंद्वी
टोक्यो ओलंपिक में भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर पदक की सबसे बड़ी दावेदार होंगी। ओलंपिक में मनु दो सिंगल व एक मिक्स्ड स्पर्धा में देश के लिए खेलेंगी। लॉकडाउन के बाद उनका प्रदर्शन प्रतियोगिताओं में शानदार रहा है।
नई दिल्ली, अनिल भारद्वाज। टोक्यो ओलंपिक में भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर पदक की सबसे बड़ी दावेदार होंगी। ओलंपिक में मनु दो सिंगल व एक मिक्स्ड स्पर्धा में देश के लिए खेलेंगी। लॉकडाउन के बाद उनका प्रदर्शन प्रतियोगिताओं में शानदार रहा है। टोक्यो की तैयारियों और पदक जीतने की संभावना जैसे तमाम मुद्दों पर मनु भाकर से दैनिक जागरण के अनिल भारद्वाज ने खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :-
-आपके उत्साह को देखकर लगता है कि देश का हर निशानेबाज पदक जीतने का दावेदार है?
हाल की प्रतियोगिताओं में भारतीय निशानेबाजों ने अधिक पदक अपने नाम किए हैं। अगर यह लय रखने में हम कामयाब रहते हैं तो टोक्यो में अच्छा प्रदर्शन करना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। भारत का हर निशानेबाज पदक की दौड़ में शामिल है। आप पिछले ओलंपिक की पदक तालिका को देखना छोड़ दें। इस बार नई पदक तालिका बनने की अच्छी संभावना है।
-आप किस निशानेबाज को अपना मुख्य प्रतिद्वंद्धी मानती हैं?
कोई एक प्रतिद्वंद्वी होता तो जरूर बताती, लेकिन यहां हर निशानेबाज आपका कड़ा प्रतिद्वंद्धी होता है। मैंने पहले ही कहा है कि ओलंपिक में पदक जीतना अन्य प्रतियोगिताओं के मुकाबले मुश्किल होता है। ओलंपिक में यूरोप व एशिया देशों के स्टार निशानेबाज आपके प्रतिद्वंद्धी होंगे। उसमें से किसी को हल्के में नहीं ले सकते। आपने किसी को हल्के में लिया तो मुकाबले से बाहर होंगे।
-स्वयं को पदक जीतने का कितना दावेदार मानती हैं?
विश्व चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और अन्य प्रतियोगिताओं में पदक जीतना आपको ओलंपिक में पदक जीतने का दावेदार बनाता है। यह भी सही है कि ओलंपिक पदक जीतना अन्य प्रतियोगिताओं के मुकाबले अधिक मुश्किल है, लेकिन एक खिलाड़ी होने के नाते पदक जीतने का विश्वास है और इसी विश्वास के साथ टोक्यो जाऊंगी। सबसे पहले खिलाड़ी को खुद पर विश्वास करना होगा। हमने उस स्तर की तैयारी की है जिसके बल पर हम दुनिया के निशानेबाजों को हरा सकते हैं।
-आप 10 मीटर एयर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल में से खुद को पदक की अधिक दावेदार किसमें मानती हैं?
मैं दोनों ही स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन करने की स्थिति में हूं। अगर मैं किसी एक स्पर्धा में पदक जीतने की अधिक संभावना बताती हूं तो यह कहना अपने खेल के साथ बेइमानी करना होगा। टोक्यो में क्या होगा, यह भविष्य की बात है, लेकिन मुझे विश्वास है कि मैं दोनों स्पर्धाओं में देश के लिए बेहतर कर सकती हूं।
-आप 10 मीटर एयर पिस्टल में सौरभ चौधरी के साथ मिक्स्ड स्पर्धा में खेलेंगी। सौरभ के बारे में क्या कहना चाहेंगी?
सौरभ देश के स्टार निशानेबाज हैं। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं। हम दोनों पदक जीतने के दावे के बहुत करीब होंगे। मैं इतना जरूर कहूंगी कि दुनियाभर के निशानेबाजों को हमारे साथ मुकाबले के लिए चिंता जरूर करनी होगी। सौरभ ऐसे निशानेबाज हैं जो किसी को भी अपने प्रदर्शन में चौका सकते हैं।
-ओलंपिक जुलाई में होंगे, क्या निशानेबाजों को विदेश में प्रशिक्षण या अन्य किसी सुविधा की जरूरत है?
अभी तक हमें प्रशिक्षण के लिए सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं मिली हैं। अब भारत में वो सुविधाएं हैं कि विदेश जाने की अधिक जरूरत नहीं होती है। आपको देश के ही नहीं, बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों के बीच प्रशिक्षण करने का मौका अपने ही देश में मिल रहा है। आज राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने में एक निशानेबाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर जैसी टक्कर मिलती है, क्योंकि भारत में अच्छे निशानेबाजों की लंबी लाइन है और निशानेबाज को यही चाहिए होता है।
-कोरोना काल में लॉकडाउन रहा। इससे कितना नुकसान हुआ है?
हर किसी को इस बुरे समय से गुजरना पड़ा है। अब वह समय निकल गया है। हम लगातार खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हर खिलाड़ी को लॉकडाउन से बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन आप इसके लिए किसी को दोष नहीं दे सकते, क्योंकि पूरी दुनिया इस बुरे दौर से गुजर रही है। आशा है भगवान आगे सब अच्छा करेंगे।