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निशानेबाजी की वापसी के लिए आखिरी कोशिश करेगा आइओए, सीजीएफ प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक

आइओए ने निशानेबाजी को बाहर किए जाने को लेकर जुलाई में खेल मंत्रालय को खेलों के बहिष्कार का प्रस्ताव भेजा था जिसके बाद इस बैठक पर सहमति बनी।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 08:22 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 09:43 PM (IST)
निशानेबाजी की वापसी के लिए आखिरी कोशिश करेगा आइओए, सीजीएफ प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक
निशानेबाजी की वापसी के लिए आखिरी कोशिश करेगा आइओए, सीजीएफ प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए)  कॉमनवेल्थ गेम्स महासंघ (सीजीएफ) के शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात करके 2022 में होने वाले बर्मिघम कॉमनवेल्थ गेम्स में निशानेबाजी को दोबारा शामिल कराने का अंतिम प्रयास करेगा।

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अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और सचिव राजीव मेहता सहित आइओए के शीर्ष अधिकारियों के अलावा खेल मंत्री किरन रिजिजू भी सीजीएफ के अध्यक्ष लुइस मार्टिन और सीईओ डेविड ग्रेवेमबर्ग से मुलाकात करके कॉमनवेल्थ गेम्स से निशानेबाजी को हटाने का विरोध करेंगे। स्थानीय आयोजन समिति ने साजो-सामान से जुड़े मुद्दों के कारण निशानेबाजी को खेलों से बाहर कर दिया था।

आइओए ने निशानेबाजी को बाहर किए जाने को लेकर जुलाई में खेल मंत्रालय को खेलों के बहिष्कार का प्रस्ताव भेजा था जिसके बाद इस बैठक पर सहमति बनी। मेहता के मुताबिक, निशानेबाजी में भारत की आपार सफलता के आधार पर आइओए सीजीएफ को मनाने का प्रयास करेगा कि वह निशानेबाजी को लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। मेहता ने कहा, 'इस बैठक का मुख्य मुद्दा बर्मिघम कॉमनवेल्थ गेम्स से निशानेबाजी को हटाया जाना है। खेल मंत्री की मौजूदगी में हम सीजीएफ के समक्ष अपना मामला मजबूती से रखेंगे। हम उन्हें समझाने का प्रयास करेंगे कि कॉमनवेल्थ गेम्स से निशानेबाजी को हटाने का भारत की पदक तालिका पर कैसे असर पड़ेगा। इसके अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स का बहिष्कार भी मुद्दे में शामिल है। देखते हैं क्या होता है।'

आइओए के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल खन्ना, उपाध्यक्ष सुधांशु मित्तल, एशियाई ओलंपिक परिषद के आजीवन उपाध्यक्ष और आइओए के पूर्व महासचिव रणधीर सिंह भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने निशानेबाजी में हमेशा से काफी पदक जीते हैं। गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में पिछली बार भारत ने इस खेल में सात स्वर्ण पदक सहित 16 पदक जीते थे। इस खेलों से निशानेबाजी को 1974 के बाद पहली बार हटाया गया है।

समझा जा रहा है कि बैठक के दौरान सीजीएफ प्रतिनिधिमंडल के खेलों से निशानेबाजी को हटाए जाने के मुद्दे पर पीछे हटने की संभावना नहीं है और इस दौरान समझौता के उपाय पर विचार किया जाएगा। इस बीच अपनी दो दिवसीय सीजीएफ प्रतिनिधिमंडल 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ खेल गांव के कुछ आयोजन स्थलों का भी दौरा करेगा और आइओए के खिलाड़ी आयोग से भी मुलाकात करेगा।


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