आइओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा- अगले साल जरूर होंगे टोक्यो ओलंपिक
आइओसी सदस्य और आइओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक अगले साल जरूर होंगे।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। कोरोना वायरस महामारी का टीका ईजाद होने से पहले ओलंपिक के आयोजन को लेकर अटकलों के बीच आइओसी सदस्य और आइओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक अगले साल जरूर होंगे। कुछ जाने-माने वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने कोरोना महामारी का टीका ईजाद होने से पहले टोक्यो ओलंपिक कराए जाने पर संदेह जताया था। जापान चिकित्सा संघ के अध्यक्ष ने भी कहा था कि महामारी पर विश्व भर में नियंत्रण होने पर ही जुलाई 2021 में ओलंपिक हो सकेंगे।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) समन्वय आयोग के प्रमुख जॉन कोट्स ने कहा था कि ओलंपिक कोरोना का टीका तलाशे जाने पर ही होना अनिवार्य नहीं है। वहीं, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ की आमसभा की विशेषष ऑनलाइन बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष बत्रा ने कहा, 'इस पर मत जाइए कि कौन क्या कह रहा है। टोक्यो ओलंपिक अगले साल जरूर होंगे। मैं विश्वस्त सूत्रों के संपर्क में हूं और उनसे लगातार बातचीत हो रही है। ओलंपिक अगले साल होने जा रहे हैं।
मेरा मानना है कि सितंबर-अक्टूबर तक कोरोना का उपचार तलाश लिया जाएगा। हमें इसी तरह से तैयारी करनी है कि अगले साल ओलंपिक होंगे।' बत्रा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक महासंघ के अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल अगले साल जून तक ब़़ढा दिया गया है क्योंकि इस साल अक्टूबर में होने वाले चुनाव अब अगले साल जून में होंगे।
खिलाड़ियों के बाहर अभ्यास की करेंगे मांग
बत्रा ने कहा कि वह सरकार से फिर से अनुरोध करेंगे कि वह देश के प्रमुख खेल केंद्रों में फंसे राष्ट्रीय शिविर के खिलाड़ियों को बाहर अभ्यास करने की मंजूरी दे। कोरोना वायरस महामारी के कारण देशभर में जारी लॉकडाउन के कारण ब़़डी संख्या में राष्ट्रीय शिविर के खिलाड़ी खेल केंद्रों में फंसे है। बत्रा ने कहा कि आइओए ने पहले इस संबंध में सरकार से अनुरोध किया था, लेकिन सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
एनआइएस (राष्ट्रीय खेल संस्थान) पटियाला के कुछ खिला़ि़डयों ने खेल मंत्रालय को भी लिखा था कि वे सरकार के सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए बाहर प्रशिक्षण करने की अनुमति दें। बत्रा ने कहा, 'हम गृह मंत्रालय को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। हमने पहले भी ऐसे प्रयास किए हैं, ताकि एथलीटों को सभी सामाजिक दूरी के दिशानिर्देशों के साथ बाहर प्रशिक्षण करने दिया जा सके। बेंगलुरु साई (भारतीय खेल प्राधिकाण) केंद्र, कोलकाता स्थित साई केंद्र और एनआइएस पटियाला में राष्ट्रीय शिविर का हिस्सा होने वाले खिलाड़ी बाहर अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं।'