इस बार मुझे अर्जुन अवॉर्ड मिलने की आशा नहीं है : हिमा दास
हिमा दास ने कहा कि वो इस वर्ष अर्जुन अवॉर्ड मिलने की उम्मीद नहीं कर रही हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत की स्टार महिला धावन हिमा दास ने कहा कि वो इस वर्ष अर्जुन अवॉर्ड मिलने की उम्मीद नहीं कर रही हैं हालांकि उन्होंने इस वर्ष कमाल का प्रदर्शन किया है। 18 साल की असम की हिमा दास को 20 खिलाड़ियों की सूची में रखा गया है जिनका नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए प्रस्तावित है। इस वर्ष ये अवॉर्ड किसको दिया जाएगा इसका आखिरी फैसला खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ करेंगे।
हिमा दास ने कहा कि मैं इस वर्ष ये अवॉर्ड जीतने की आशा नहीं कर रही हूं। शायद मुझे ये अगले वर्ष मिल सकता है। हिमा दास ने अंडर 20 विश्व चैंपियनशिप में फिनलैंड में गोल्ड मेडल जीता था। हिमा दास ने अपने प्रदर्शन से इस वर्ष सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था। उन्होंने एशियन गेम्स में चार गुणा चार सौ मीटर रेस में गोल्ड मेडल जबकि इसी इवेंट में दो सिल्वर मेडल जीते थे।
हिमा ने कहा कि ये सीजन अब खत्म हो चुका है और अगले वर्ष साउथ एशियन गेम्स, एशियन चैंपियनशिप और वर्ल्ड चैंपियनशिप है और किसी इवेंट के लिए किस तरह की तैयारी करनी है ये ट्रेनिंग के दौरान ही इस पर फैसला किया जाएगा। हिमा से जब पूछा गया कि कौन इवेंट उनसे दिल के सबसे करीब है तो उन्होंने कहा कि फिनलैंड में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप और एशियन गेम्स का सेमीफाइनल मेरे लिए सबसे बेहतरीन रहा। हिमा ने चार सौ मीटर रेस में अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए इस रेस को पूरा करने में 50.79 सेकेंड का वक्त लिया। उन्होंने कहा कि कुछ योजना मेरे दिमाग में है और मैं इसे एक-एक करने पूरा करूंगी। लोगों को मुझसे काफी उम्मीदें हैं और मैं उसे हासिल करूंगी। मैंने एशियन गेम्स में 50.79 का वक्त लिया जो 50.78 से एक स्टेप पीछे था।
हिमा से जब विदेशी कोच गालिना पेत्रोवा बुखारिन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो काफी सपोर्टिव हैं। वो भी एक ओलंपियन हैं। कई बार हमें उनकी विधि समझ नहीं आती लेकिन बाद में हमें महसूस होता है कि उन्होंने क्यों इस तरह की ट्रेनिंग कराई। हम उनके पास हर दिन एक नई चुनौती के साथ तैयारी करने के लिहाज से आते हैं।