मनदीप सिंह कोरोना पॉजिटिव होने वाले छठे भारतीय हॉकी खिलाड़ी, साई ने दी जानकारी
साई ने सोमवार को मनदीप के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी। 25 साल के मनदीप में लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं और बेंगलुरु में पांच अन्य खिलाड़ियों के साथ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय हॉकी टीम के फॉरवर्ड मनदीप सिंह कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं। वह इस महामारी से संक्रमित होने वाले छठे राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी हैं। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने सोमवार को यह जानकारी दी। जालंधर के 25 साल के मनदीप में इस बीमारी के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं और बेंगलुरु में पांच अन्य खिलाड़ियों के साथ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।
बेंगलुरु के साई केंद्र में 20 अगस्त से राष्ट्रीय शिविर शुरू होना है। साई ने कहा, 'भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य मनदीप सिंह का बेंगलुरु में राष्ट्रीय शिविर से पहले 20 अन्य खिलाड़ियों के साथ कोविड परीक्षण (आरटी पीसीआर) किया गया और यह पॉजिटिव आया है। लेकिन, उसमें लक्षण नहीं दिख रहे हैं।'
भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह और चार अन्य खिलाड़ी एक महीने के ब्रेक के बाद साई केंद्र लौटने पर पिछले हफ्ते कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए थे। डिफेंडर सुरेंदर कुमार, जसकरन सिंह, ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार और गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक अन्य चार खिलाड़ी हैं, जो पॉजिटिव पाए गए हैं। साई के डॉक्टरों के अनुसार सभी खिलाड़ियों में मामूली लक्षण दिखाई दे रहे हैं और वे ठीक हैं। इन्हें बेंगलुरु के नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रखा गया है।
इससे पहले खिलाड़ी कोरोना वायरस के चलते राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण केंद्र में दो महीने से अधिक समय तक फंसे रहे। ब्रेक से वापस लौटने पर खिलाड़ियों को केंद्र पर ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने से पहले अनिवार्य क्वारंटाइन से गुजरना था।
रुपिंदर की ड्रैगफ्लिक क्षमता से सीख रहा हूं : प्रताप
भारतीय जूनियर हॉकी टीम के डिफेंडर प्रताप लाकड़ा ने कहा कि वह अनुभवी खिलाड़ी रुपिंदर पाल सिंह की ड्रैगफ्लिक, जबकि बीरेंद्र लाकड़ा के खेलने के तरीके से प्रेरणा लेते हैं। इन दिनों रेलवे में टिकट कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे प्रताप को पहली बार 2017 में जूनियर राष्ट्रीय शिविर में शामिल किया गया। उन्हें यह बात अच्छी तरह पता है कि राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
प्रताप ने कहा, 'बेंगलुरु में सीनियर टीम वहीं अभ्यास करती थी जहां हमारा राष्ट्रीय शिविर होता है। जब भी हमारा विश्राम करने का दिन होता है या जब सीनियर टीम आंतरिक मैच खेल रही होती है, तो हम उन्हें देखने जाते हैं। मैं ड्रैगफ्लिक लगाने के मामले में रुपिंदर पाल सिंह से सीख लेता हूं, जबकि डिफेंस और खेल के मामले में मैं बीरेंद्र लाकड़ा का अनुसरण करता हूं।