सड़क सुरक्षा को लेकर मुहिम चलाना चाहते हैं गौरव गिल, रेस के दौरान 3 लोगों की हुई थी मौत
फेमस फॉर्मूला वन रेसर गौरव गिल सड़क सुरक्षा को लेकर मुहिम चलाना चाहते हैं। जोधपुर में उनकी कार से 3 लोगों की मौत हो गई थी।
नई दिल्ली, विकास पांडेय। ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) में 30 नवंबर और एक दिसंबर को एक्स-1 रेसिंग लीग का आयोजन होगा। रैली ड्राइवर गौरव गिल इसके जरिये ट्रैक रेसिंग की दुनिया में वापसी करते नजर आएंगे। टीम दिल्ली के लिए इस लीग में उतर रहे गिल मोटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में अर्जुन पुरस्कार हासिल करने वाले भारत के पहले ड्राइवर हैं।
ट्रैक पर वापसी को लेकर गौरव गिल ने कहा कि रेसिंग की मेरी पृष्ठभूमि काफी मजबूत रही है इसलिए एक्स-1 वालों ने मुझे इस लीग के लिए बुलाया तो मैं मना नहीं कर पाया। ट्रैक प्रतियोगिताओं में भी मैं कई खिताब जीत चुका हूं। यह कुछ अलग करने का सही फैसला था। इस लीग में अलग-अलग तरह के ड्राइवर हैं इसलिए मैं इसमें भाग लेने के लिए उत्साहित हूं।
जोधपुर में गिल की कार से हुआ था हादसा
जोधपुर में इंडियन रैली चैंपियनशिप के दौरान गिल की कार की चपेट में आने से तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी। उस मंजर को याद करते हुए गौरव ने कहा कि वह दौर मेरे जीवन का सबसे मुश्किल और डरावना दौर था। मैं दुआ करूंगा कि भविष्य में वैसा किसी के साथ ना हो। वह एक ऐसी दुर्घटना थी जिस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं था। मैं सड़क सुरक्षा को लेकर मुहिम चलाना चाहता हूं। मेरी कोशिश है कि भविष्य में ट्रैफिक पुलिस और भारतीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाऊं।
गौरव गिल ने बताया, "वह झकझोर देने वाली घटना थी लेकिन मेरा परिवार, मेरे प्रायोजक मेरे साथ थे जिनकी बदौलत मुझे उस घटना से उबरने में मदद मिली।" रैली में सुरक्षा के इंतजाम पर गिल ने कहा, "इस खेल की प्रकृति ही ऐसी है जिसमें जोखिम है और कभी भी कुछ भी हो सकता है। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। कुछ महीने पहले केरल में एक एथलेटिक्स चैंपियनिशप के दौरान एक वालंटियर एथलीट द्वारा फेंके गए भाला को उठाने जा रहा था लेकिन तभी दूसरे स्पर्धा के एक प्रतियोगी ने चक्का फेंका और वह उस वालंटियर को लगा जिससे उसकी मौत हो गई। अब आप इसे किसकी गलती कहेंगे। तीन बार एशिया पैसेफिक चैंपियनशिप जीत चुके गिल का मानना है कि भारत में मोटर स्पोर्ट्स में काफी प्रतिभा है लेकिन फंड की कमी की वजह से देश इस खेल में आगे नहीं बढ़ रहा है।"
पिता पर गर्व लेकिन अपना नाम खुद बनाना चाहता हूं : मैथियास
तीन बार के फॉर्मूला वन चैंपियन निकी लॉदा के बेटे मैथियास लॉदा भी एक्स-1 रेसिंग लीग में टीम दिल्ली का प्रतिनिधित्व करेंगे। मैथियास पहली बार भारत आए हैं और उन्हें देश की राजधानी दिल्ली खासी पसंद आ रही है। वह बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर रेस लगाने के लिए रोमांचित हैं। मैथियास से जब पूछा गया कि उन्हें अपने पिता के पदचिन्हों पर चलना कितना मुश्किल हुआ हो उन्होंने कहा कि जब मैं बहुत छोटा था तो मेरे पिता मुझे ड्राइविंग पर ले जाते थे। बचपन से ही पिता मेरे हीरो थे और मैं उनके जैसा ही बनना चाहता था। हालांकि उनकी उपलब्धियों की बराबरी करना मेरे लिए संभव नहीं था। मुझे मेरे पिता पर गर्व है लेकिन मैं अपना नाम खुद बनाना चाहता हूं। स्पेनिश क्लब बार्सिलोना को पसंद करने वाले मैथियास को सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के बारे में पता है लेकिन वह क्रिकेट के बारे में ज्यादा नहीं जानते।