अपने समलैंगिक रिश्ते को लेकर बोलीं दुति चंद, रिश्ता छुपाने से अच्छा है जाहिर करना
दुति चंद ने मई में ओडिशा के अपने गांव की एक महिला के साथ अपने रिश्ते को सार्वजनिक करके सुर्खियां बटोरी थीं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। समलैंगिक रिश्ते का रहस्योद्घाटन करने वाली भारत की पहली एथलीट दुति चंद (Dutee Chand) ने कहा कि उनके लिए रिश्ते को सार्वजनिक करना छुपाने से बेहतर है। दुति ने मई में ओडिशा के अपने गांव की एक महिला के साथ अपने रिश्ते को सार्वजनिक करके सुर्खियां बटोरी थीं। उनके इस फैसले के बाद परिवार ने उनसे नाता तोड़ने, जबकि उनकी बड़ी बहन ने अलग होने की धमकी दी थी, लेकिन दुति पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
दुति ने उस महिला के साथ घर बसाने की इच्छा जाहिर की। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के लिए कई पदक जीतने वाली 23 साल की इस फर्राटा धावक ने कहा, 'मेरी निजी जिंदगी के कारण अब मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है, क्योंकि मैंने इसका रहस्योद्घाटन कर दिया है। दरअसल, जब तक मैंने इसे छुपा रखा था तब तक मैं डर रही थी और दबाव महसूस करती थी। इस रिश्ते को सार्वजनिक करने के बाद कई लोगों ने मुझसे बात कि और मेरा समर्थन किया। उन्होंने मेरे प्रयास की सराहना की, जिससे मुझे अच्छा महसूस हुआ।'
अगला लक्ष्य, ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना : दुति हाल ही में विश्व यूनिवर्सिटी खेलों में 100 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बनी हैं। पिछले महीने नपोली में हुए इन खेलों में दुति ने 11.32 सेकेंड का समय निकालकर रेस जीती। वह मंगलवार से लखनऊ में खेले जाने वाली राष्ट्रीय-अंतरराज्यीय चैंपियनशिप में भाग लेंगी, जहां उनका लक्ष्य अगले महीने दोहा में खेले जाने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करना होगा। 100 मीटर की दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारी (11.26 सेकेंड) दुति ने कहा, 'मैं राष्ट्रीय-अंतरराज्यीय चैंपियनशिप में भाग ले रही हूं और मैं अपको भरोसा देती हूं कि आप मेरे समय में सुधार देखेंगे।'
विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग समय 11.24 सेकेंड है। दुति का लक्ष्य अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करना है। महिलाओं की 100 मीटर रेस के लिए ओलंपिक क्वालीफाई के लिए 11.15 सेकेंड का समय रखा गया है। दुति ने कहा, 'ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करना और प्रतिस्पर्धा करना हर खिलाड़ी का सपना होता है और मैं अलग नहीं हूं। मैं निश्चित रूप से अपने देश के लिए पदक जीतना चाहूंगी और इसके लिए मेरी तैयारियां जोरों पर हैं।'