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दीपा मलिक का दावा, टोक्यो पैरालंपिक में दो अंकों में होगी भारत के पदकों की संख्या

भारतीय पैरा एथलीट दीपा मलिक ने दावा किया है कि इस बार भारतीय खिलाड़ी दर्जनों पदक टोक्यो पैरालंपिक में जीतेंगे।

By Vikash GaurEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 07:55 AM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 07:55 AM (IST)
दीपा मलिक का दावा, टोक्यो पैरालंपिक में दो अंकों में होगी भारत के पदकों की संख्या
दीपा मलिक का दावा, टोक्यो पैरालंपिक में दो अंकों में होगी भारत के पदकों की संख्या

नई दिल्ली, पीटीआइ। पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी दीपा मलिक का मानना है कि अगले साल होने वाले टोक्यो पैरालंपिक खेलों में देश के पदकों की संख्या दो अंकों में होगी। भाला फेंक की खिलाड़ी दीपा मलिक ने कहा कि रियो पैरालंपिक में अपने पदकों की संख्या को दोगुना किया था। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण टोक्यो ओलंपिक खेलों को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में सभी के पास तैयारी करने का ज्यादा समय होगा। 

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दीपा मलिक ने बताया है कि रियो ओलंपिक में हमारी टीम में 19 खिलाड़ी थे। उस दौरान हमने दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था, लेकिन इन पदकों की संख्या को टोक्यो पैरालंपिक में बढ़ाया जाएगा। 2018 (एशियाई पैरा खेलों में) में हमारी टीम में 194 सदस्य थे और हमने 72 पदक जीते थे। इसने पहले ही मापदंड स्थापित किया है। अगले साल टोक्यो खेलों के बारे में सबसे शानदार चीज यह होगी कि भारत पैरालंपिक में दोहरे अंक में पदक जीतेगा। 

खेल रत्न से सम्मानित हो चुकीं दीपा मलिक ने 'इन द स्पोर्टलाइट' चैट शो के दौरान टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी से कहा कि रियो पैरालंपिक में सिर्फ 19 खिलाड़ियों ने भाग लिया था और 4 पदक हासिल किए थे। इसके बाद हुए एशियाई खेलों में हमने अलग मापदंड स्थापित हुए और दर्जनों मेडल हासिल किए, जिससे साफ कहा जा सकता है कि हम टोक्यो पैरालंपिक में ज्यादा मेडल प्राप्त करेंगे। 

रियो डि जिनेरियो 2016 में रजत पदक जीतने वाली 49 साल की दीपा मलिक ने कहा कि अगले साल टोक्यो ओलंपिक खेलों के बारे में सबसे शानदार चीज यह होगी कि भारत पैरालंपिक में दोहरे अंक में पदक जीतेगा। आइपीसी विश्व चैंपियनशिप में भी रजत पदक जीतने वाली दीपा मलिक ने कभी अपनी दिव्यांगता को अपने जुनून के रास्ते में नहीं आने दिया। दीपा को 1999 में जब कहा गया कि उनकी रीढ़ की हड्डी से ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी करनी होगी तो उन्होंने कारगिल युद्ध के घायल सैनिकों से प्रेरणा ली।


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