एशियन गेम्स की रजत विजेता तीरंदाज मधुमिता को दैनिक जागरण ने किया सम्मानित
मधुमिता ने एशियन गेम्स में रजत पदक जीता।
जागरण संवाददाता, रांची। एशियन गेम्स 2018 में रिकर्व तीरंदाजी में रजत पदक जीतने वाली बिरसा मुंडा तीरंदाजी सेंटर सिल्ली की मधुमिता कुमारी को दैनिक जागरण कार्यालय में सम्मानित किया गया। इस दौरान अपना अनुभव साझा करते हुए मधुमिता ने कहा कि विदेशों में जब राष्ट्रगान बजता है और तिरंगा लहराता है तो गर्व की अनुभूति होती है। रजत जीतने पर जब जकार्ता में तिरंगा लहराया तो मैं खुशी से झूम उठी थी।
मधुमिता ने कहा कि हर खिलाड़ी का सपना होता है वह देश का प्रतिनिधित्व करे और ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप व एशियन गेम्स में पदक जीते। मुझे यह मौका मिला और खुशी है कि हम रजत जीतने में सफल रहे। मधुमिता ने माना कि टीम के सभी सदस्य स्वर्ण जीतना चाहते थे और हमने विरोधी दक्षिण कोरिया को कड़ी टक्कर भी दी, लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हवा की झोंके ने हमारे स्वर्ण जीतने के ख्वाब को तोड़ दिया। इस हार के बाद भी टीम के खिलाडि़यों के हौसले बुलंद हैं। मैं मानती हूं कि हार के बाद जीत है और आने वाले समय में मैं स्वर्ण जीतना चाहूंगी।
मधुमिता ने माना कि लगातार अभ्यास व परिश्रम करने के कारण ही मैं यहां तक पहुंची हूं। अब और ज्यादा मेहनत कर के इससे बेहतर प्रदर्शन करना चाहूंगी। मेरे साथ सुदेश सर व प्रकाश सर हैं जो मुझे सलाह देते रहते हैं। जो मेरे लिए काफी प्रेरणादायी हैं।
खिलाडि़यों को मिले सुविधा : मधुमिता ने माना कि सरकार अगर खिलाडि़यों को सुविधा दे तो यहां के खिलाड़ी और भी बेहतर परिणाम दे सकते हैं। आज प्लस टू करने के बाद खिलाड़ी को आवासीय सेंटर से बाहर कर दिया जाता है। इसके बाद खिलाडि़यों को समझ में नहीं आता कि वे क्या करें। सरकार को इस नीति में बदलाव करना चाहिए या फिर सेंटर से निकलने वाले खिलाडि़यों के लिए व्यवस्था करनी चाहिए ताकि वे अपने खेल को जारी रख सकें। इस मौके पर दैनिक जागरण के कार्यकारी संपादक विष्णु त्रिपाठी, जागरण केंद्रीय समीक्षा टीम के प्रमुख कमलेश त्रिपाठी, झारखंड के वरिष्ठ महाप्रबंधक मनोज गुप्ता ने मधुमिता व कोच प्रकाश को सम्मानित किया। इस दौरान दैनिक जागरण परिवार के कई सदस्य उपस्थित थे।