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CWG 2022: देश को पहला मेडल दिलाने वाले संकेत महादेव सरगर कुछ दिनों तक ब्रिटेन मे ही रहेंगे, जानिए क्या है वजह

संकेत को गोल्ड जीतने की उम्मीद थी लेकिन आखिर दो प्रयासों के दौरान वह चोट खा बैठे। संकेत महादेव सरगर ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 55 किलोग्राम भारवर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता। संकेत ने क्लीन एंड जर्क एवं स्नैच को मिलाकर कुल 248 किलोग्राम का वजन उठाया है।

By Piyush KumarEdited By: Published: Mon, 01 Aug 2022 06:51 PM (IST)Updated: Mon, 01 Aug 2022 06:51 PM (IST)
CWG 2022: देश को पहला मेडल दिलाने वाले संकेत महादेव सरगर कुछ दिनों तक ब्रिटेन मे ही रहेंगे, जानिए क्या है वजह
कामनवेल्थ मुकाबले में भारत का पहला मेडल दिलाने वाले संकेत महादेव सरगर की फाइल फोटो।

बर्मिंघम, एजेंसी। कामनवेल्थ मुकाबले में भारत का पहला मेडल दिलाने वाले संकेत महादेव सरगर फिलहाल ब्रिटेन में ही रुकने वाले हैं। उलनार कॅालेटरल लेगामेंट की चोट से जूझ संकेत का इलाज ब्रिटेन में ही चलने वाला है। बता दें कि उलनार कॅालेटरल लिगामेंट (UCL) की चोट को ठीक होने में कम से कम तीन महीने का समय लगता है। समाचार एजेंसी पीटीआइ से बातचीत करते हुए एक सूत्र ने जानकारी दी, 'संकेत के पास दो विकल्प थे। उसे भारत वापस ले जाना या उसका यहां इलाज करना। एक प्रारंभिक मूल्यांकन के बाद, हमने सोचा कि यूके में ही उसका इलाज करना सबसे अच्छा है। हम कोहनी की चोट के विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर रहे हैं और सरकार ने उनके इलाज के दौरान यहां रुकने को लेकर लिए हरी झंडी दिखा दी है।'

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55 किलोग्राम भारवर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता

बता दें कि संकेत को गोल्ड जीतने की उम्मीद थी लेकिन आखिर दो प्रयासों के दौरान वह चोट खा बैठे। संकेत महादेव सरगर ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 55 किलोग्राम भारवर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता। संकेत ने क्लीन एंड जर्क एवं स्नैच को मिलाकर कुल 248 किलोग्राम का वजन उठाया है। संकेत ने हाल ही में कामनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर भारत की उम्मीदों को बढ़ा दिया था और उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के सिलसिले को यहां भी जारी रखा है। उनकी इस जीत पर देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें शुभकामनाएं दी है।

कौन हैं संकेत महादेव सरगर

संकेत के पिता की सांगली में पान की दुकान है. वह अपने पिता को अब आराम करते हुए देखना चाहते हैं. संकेत ने हाल ही में कहा, 'अगर मैं गोल्ड जीत लेता हूं तो. तो अपने पिता की मदद करूंगा. उन्होंने मेरे लिए काफी मेहनत किया है. मैं उन्हें अब खुशियां देना चाहता हूं.' संकेत का टारगेट पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण जीतना।


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