पुजारी ने एक साल की कड़ी मेहनत से जीता ब्रॉन्ज मेडल, शादी के बाद छोड़ दिया था घर, मेडल किया बीवी के नाम
मेडल जीतने के बाद पुजारी बोले ये मैं अपना मेडल अपनी वाइफ को डेडिकेट करना चाहता हूं। मेरी नई नई शादी हुई है और मैंने इसके तुरंत बाद ही घर छोड़ दिया। शादी के बाद से 1 साल तक मैं कैंप में रहा उन्होंने मेरा बहुत ही ज्यादा समर्थन किया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में वेटलिफ्टिंग में दूसरे दिन मेडल का खाता खोला और इस इवेंट में 4 पदक हासिल किए। संकेत सरगर ने भारत को सिल्वर दिलाकर मेडल का खाता खोला तो मीराबाई चानू ने गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाला। गुरुराजा पुजारी ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर देश की शान बढाई। मेडल हासिल करने के बाद इस भारतीय वेटलिफ्टर ने बताया कि कैसे उनको इस जीत के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ा।
भारत के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दूसरे दिन वेटलिफ्टिंग में एक के बाद एक 4 मेडल मिले। भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले गुरुराजा की कहानी अब दुनिया के सामने है। उन्होंने अपनी इस शानदार जीत को पत्नी के नाम किया। मेडल जीतने के बाद अपने दिल की बात सभी चाहने वालों के साथ साझा करते हुए कहा, "ये मैं अपना मेडल अपनी वाइफ को डेडिकेट करना चाहता हूं। मेरी नई नई शादी हुई है और मैंने इसके तुरंत बाद ही घर छोड़ दिया। शादी के बाद से 1 साल तक मैं कैंप में रहा, उन्होंने मेरा बहुत ही ज्यादा समर्थन किया।"
🇮🇳 #TeamIndia's Gururaja Poojary dedicates his #B2022 🥉 in the men's 61kg weightlifting to his wife Soujanya🏋🏽♂️ 😊@GuruRajaPoojar1 | #EkIndiaTeamIndia pic.twitter.com/vBERI93vLv— Team India (@WeAreTeamIndia) July 30, 2022
भारत की तरफ से 61kg भारवर्ग में खेलने उतरे वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने स्नैच के अपने पहले प्रयास में 115kg भार उठाया। इसके बाद 118kg का भार सफलतापूर्वक उठाया। तीसरे प्रयास में 120kg भार उठाने में वह सफल नहीं रहे। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने पहले प्रयास में 144kg, दूसरे प्रयास में 148kg जबकि आखिरी प्रयास में 151kg का भार उठाते हुए कुल 269kg का भार उठाया।