खेल रत्न ना मिलने से निराश बजरंग खेलमंत्री से करेंगे मुलाकात
पुरस्कार नहीं मिला तो कोर्ट जाना मेरे लिए अंतिम विकल्प होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया देश के प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार न मिलने से निराश हैं और इस सिलसिले में वह शुक्रवार को खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से मुलाकात करेंगे।
बजरंग ने कहा, 'मैं सचमुच निराश और हैरान हूं। मैं खेल मंत्री से मिलूंगा। मेरे मेंटर योगी भाई (योगेश्वर दत्त) ने उनसे बात की है और मिलने के लिए समय लिया। मैं सिर्फ यह जानना चाहता हूं कि मेरी अनदेखी क्यों की गई।
मैं इसका कारण जानना चाहता हूं। पुरस्कार नहीं मिला तो कोर्ट जाना मेरे लिए अंतिम विकल्प होगा।' उन्होंने कहा, 'इस फैसले से मेरी विश्व चैंपियनशिप की तैयारियों पर प्रभाव पड़ा है। यह मेरे लिए करारा झटका था। यह मेरे लिए मुश्किल समय है।
मुझे उम्मीद है कि मुझे अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाना पड़ेगा और मैं अपनी तैयारियों पर ध्यान लगाऊंगा। मैं इस मामले में भारतीय कुश्ती संघ से बात नहीं की। उन्होंने मेरे नाम को आगे बढ़ाया था जिसका मतलब है कि वे मेरे साथ हैं लेकिन यह मेरी निजी लड़ाई है।'
कोच को द्रोणाचार्य नहीं मिलने से निराश मनिका
अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियों से भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा खुश हैं लेकिन अपने कोच संदीप गुप्ता को द्रोणाचार्य नहीं मिलने से वह निराश हैं। मनिका ने कहा, 'मैं चाहती थी कि उन्हें पुरस्कार मिले लेकिन यह सरकार का फैसला है और हमें इसका सम्मान करना होगा।
मैं कड़ी मेहनत करूंगी ताकि अगली बार उन्हें यह पुरस्कार मिले। ' मनिका के कोच गुप्ता ने कहा, 'जब तक योग्य प्रशिक्षकों को यह पुरस्कार मिलता है तो मुझे कोई परेशानी नहीं। प्रत्येक अर्जुन पुरस्कार विजेता के पीछे कोच की कड़ी मेहनत होती है। इसको भी समझना जरूरी है।