एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप: दीपक पूनिया ने जीता रजत, विक्की चाहर ने जीता कांस्य
दीपक पूनिया कजाखस्तान के अजमत दौलतबेकोव के मजबूत डिफेंस से पार पाने में नाकाम रहे और उन्हें रविवार को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के अंतिम दिन रजत पदक से संतोष करना पड़ा जबकि विक्की चाहर ने फ्रीस्टाइल 92 किग्रा में कांस्य पदक जीता।
उलानबटोर (मंगोलिया), प्रेट्र। दीपक पूनिया कजाखस्तान के अजमत दौलतबेकोव के मजबूत डिफेंस से पार पाने में नाकाम रहे और उन्हें रविवार को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के अंतिम दिन रजत पदक से संतोष करना पड़ा जबकि विक्की चाहर ने फ्रीस्टाइल 92 किग्रा में कांस्य पदक जीता।
महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पहले स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश कर रहे दीपक (86 किग्रा, फ्रीस्टाइल) ने बिना कोई अंक गंवाए फाइनल में जगह बनाई थी। उन्होंने पहले ईरान के मोहसेन मीरयूसुफ मोस्ताफी अलानजाग (6-0) और फिर कोरिया के गुवानुक किम (5-0) को हराया।
दौलतबेकोव ने दीपक को आक्रामक खेल नहीं दिखाने दिया और उनके हमलों को आसानी से नाकाम किया। दीपक आम तौर पर अपनी गति और चपलता से विरोधियों को पछाड़ते हैं, लेकिन दौलतबेकोव ने भारतीय पहलवान के पैर पर किए हमलों को नाकाम किया और उनसे जरूरी दूरी बनाए रखी। दौलतबेकोव ने पलटवार करते हुए मौका बनाया और फिर बढ़त बनाने के बाद उसे बरकरार रखते हुए आसानी से 6-1 से जीत दर्ज की।
विक्की ने नहीं किया निराश : भारत के लिए विक्की चाहर ने भी कांस्य पदक जीता। उन्होंने उज्बेकिस्तान के अजिनियाज सपारनियाजोव को 5-3 से शिकस्त दी। दीपक के अलावा विक्की से भी पदक की उम्मीद थी और उन्होंने भी निराश नहीं किया और कांस्य जीतने में सफल हुए।
भारत ने इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में 17 पदक जीते। रवि दहिया एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता रहे जिन्होंने पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा में सोने का तमगा जीता। ग्रीको रोमन पहलवानों का पांच पदक जीतना उत्साहवर्धक रहा, लेकिन दूसरे देशों के कई शीर्ष पहवानाओं की गैरमौजूदगी के बावजूद सिर्फ एक स्वर्ण पदक जीत पाना अच्छा संकेत नहीं है।
इस बीच, मंगल कादयान पोडियम पर जगह नहीं बना सके। उन्हें 61 किग्रा के कांस्य पदक के मुकाबले में किर्गिस्तान के उलुकबेक झोलदोशबेकोव के खिलाफ 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। यश तुनीर 74 किग्रा के क्वालीफिकेशन दौर के मुकाबले में उज्बेकिस्तान के इख्तियोर नवरुजोव के खिलाफ 10-11 के करीबी अंतर से हार गए। अनिरुद्ध कुमार को 125 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में कोरिया के येईह्युन जुंग के खिलाफ 4-8 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
चैंपियनशिप से पहले दीपक को था बुखार : कोच विरेंद्र कुमार
योगेश शर्मा, नई दिल्ली। एशियाई चैंपियनशिप में फिर से स्वर्ण पदक से चूकने वाले दीपक पूनिया के निजी कोच विरेंद्र कुमार ने दैनिक जागरण को बतया कि इस चैंपियनशिप से पहले दीपक को बुखार था और इसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा। विरेंद्र ने बताया कि इस चैंपियनशिप से पहले दीपक को बुखार आ गया था और इससे उसके अंदर कमजोरी आ गई थी। दीपक उबरने में भी उसे तीन से चार दिन लग गए। फिर वह चैंपियनशिप में खेलने गया। वह फाइनल में जरूर हार गए लेकिन उन्होंने रजत जीतकर भी शानदार प्रदर्शन किया है। मैंने फाइनल देखा था और जो कमियां रह गई हैं, उस पर काम किया जाएगा।'
इससे पहले 2019 विश्व चैंपियनशिप के फाइनल को दीपक चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। फिर टोक्यो ओलिंपिक से पहले भी वह चोटिल थे। दीपक बड़े टूर्नामेंट से पहले या तो चोटिल हो जाते हैं या उन्हें बुखार आ जाता है। जब कोच से पूछा गया कि क्या दीपक इस बार भी चोटिल था तो उन्होंने कहा, 'जब दिल्ली में ट्रायल हुए थे तब उसके कंधे में कुछ दिक्कत थी लेकिन वह इतनी बड़ी नहीं थी और समय रहते ठीक हो गई थी।'