एशियन गेम्स: 'म्हारी छोरियां छोरो से कम है के', इसे महिला खिलाड़ियों ने सच कर दिखाया
18वां एशियाई खेल वैसे भी भारत के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार भारत की महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर सभी का दिल जीता
नई दिल्ली, जेएनएन। एशियन गेम्स 2018 में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। इस बार हालांकि कई बड़े खिलाड़ियों ने निराश किया लेकिन कई ऐसे खिलाड़ियों भी थे जिन्होंने शानदार प्रदर्शन कर अपना नाम खूब कमाया। 18वां एशियाई खेल वैसे भी भारत के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार भारत की महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर सभी का दिल जीता।
जिन महिलाओं को खराब प्रदर्शन के ताने सुनने पड़ते थे, उन्होंने पदक जीत भारत और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया। तो आइए जानते हैं कि किन भारतीय महिला खिलाड़ियों ने इन गेम्स में पदक जीता है।
विनेश फोगाट ने इतिहास रच जीता गोल्ड
भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भारत को कुश्ती में पहला पदक दिलाया। विनेश ने 50 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जीत हासिल कर ये मेडल जीता। विनेश ने जापानी महिला पहलवान यूकी आइरी को फाइनल मुकाबले में 6-2 से हराकर गोल्ड पर कब्जा किया था। एशियन गेम्स के इतिहास में ये पहला मौका है जब भारत ने महिला रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीता है।
सरनोबत ने गोल्ड पर साधा निशाना
इस बार 25 मीटर एयर पिस्टल में भारत की राही सरनोबत ने गोल्ड मेडल जीता। आखिरी सीरीज में राही तीन के तीन निशाने चूक गई थी लेकिन दबाव के कारण फाइनल में थाईलैंड की निशानेबाज के भी सभी निशाने चूक गए। दोनों के बीच नतीजा शूटऑफ से हुआ। फाइनल में इन दोनों के बीच बहुत रोमांचक मुकाबला हुआ, अंत तक नहीं पता था कि कौन विजेता बनेगा लेकिन अंत में सरनोबत ने ही बाजी मार भारत को गोल्ड जिताया।
हिमा दास ने फिर दिखाया जौहर
महिला की 400 मीटर रेस में भारत को हिमा दास ने सिल्वर मेडल हासिल किया। हिमा ने ना केवल रजत पदक हासिल किया बल्कि राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा। हिमा दास ने 50.79 का समय लेकर अपनी रेस पूरी की जो कि अब नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड है।
दुती चंद ने भी लिखा इतिहास
एशियन गेम्स 2018 में रविवार को दुती चंद 100 मीटर रेस में सिल्वर पदक हासिल किया। दुती 11.32 सेकेंड का समय निकालते हुए दूसरा स्थान पर रही। भारत ने 100 मीटर में आखिरी पदक साल 1986 में जीता था और अब दुती ने इतने लंबे समय बाद भारत की झोली में पदक डाला। आपको बता दें कि दुती चंद और गोल्ड जीतने वाली बाहरेन की एथलीट के बीच केवल 0.02 सेकंड के समय का फर्क था।
अपूर्वी ने खोला था भारत के पदक का खाता
भारत को पहला मेडल शूटर अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार की जोड़ ने दिलाया था। इन दोनों ने भारत को पदकों का खाता कांस्य पदक जीतकर खोला। अपूर्वी ने रवि के साथ 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड इवेंट में भारत को कांस्य पदक दिलाया।
रेसलर दिव्या काकरान ने दिखाया अपना दम
महिला रेसलर दिव्या काकरान ने 18वें एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता। काकरान ने ये मेडल 68 किलोग्राम फ्रिस्टाइल महिला कुश्ती में जीता है। दिव्या ने कांस्य पदक के मैच में चीनी ताइपे की चेन वेनलिंग को 10-0 से मात देकर तकनीकी दक्षता के आधार पर मात देते हुए अपने पहले ही एशियाई खेलों में पदक जीता।
वुशू में रोशिनाबिना देवी का कमाल
वुशू में 60 किलोग्राम सैंडा वर्ग में रोशिनाबिना देवी ने कांस्य पदक जीता। हालांकि रोशिनाबिन से गोल्ड की उम्मीद की जा रही थी लेकिन अंतिम समय में वह अपना प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाई और उन्हें कांस्य से संतोष करना पड़ा
हिना सिद्धू ने कांस्य पर लगाया निशाना
एशियन गेम्स 2018 में भारत की स्टार निशानेबाज हिना सिद्धू ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया। जब मुकाबले में केवल 3 निशानेबाज बचे थे तो हिना ने लगभग परफेक्ट टेन का निशाना लगाया लेकिन अगले ही निशाने में उन्हें निराश होना पड़ा क्योंकि उस निशाने में वह केवल 9.6 अंक ही हासिल कर पाई और पिछड़ गई। इस शॉट की वजह से उन्हें कांस्य से संतोष करना पड़ा।
स्क्वैश में दीपिका और जोशना को मिला कांस्य
भारतीय महिला स्क्वैश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल और जोशना चिनप्पा भी कांस्य पदक जीतने में सफल रही, दीपिका को सेमीफाइनल मुकाबले में डेविड निकोल के हाथों 0-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। दीपिका के अलावा जोशना ने भी कांस्य पदक हासिल किया।
सायना नेहवाल के नाम कांस्य
भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने भी इतिहास रचते हुए कांस्य पदक हासिल किया। एशियन गेम्स के इतिहास में महिला बैडमिंटन में भारत का ये पहला पदक रहा। हालांकि वह जिस तरह की खिलाड़ी है उनसे गोल्ड की उम्मीद की जाती है लेकिन सेमीफाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
कबड्डी टीम ने हासिल किया सिल्वर
भारतीय कबड्डी टीम ने भी सिल्वर पर कब्जा किया, हालांकि इस टीम से गोल्ड की ही उम्मीद की जाती है लेकिन इस बार इरान ने चमत्कार करते हुए फाइनल में भारत को हरा दिया। भारतीय टीम ने पिछली 2 बार गोल्ड पर कब्जा जमाया था। लेकिन इस बार इरान ने भारतीय टीम को 27-24 से हराकर उसकी बादशाहत खत्म की।