जूनियर तीरंदाजी Asia Cup चरण दो में कुल 8 स्वर्ण, 4 रजत और 2 कांस्य के साथ शीर्ष पर रहा भारत
रिकर्व तीरंदाज मृणाल चौहान ने अंतिम दिन भारतीय चुनौती की अगुआई करते हुए दो स्वर्ण पदक जीते जबकि प्रथमेश फुगे ने कंपाउंड वर्ग में दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाई। अंतिम दिन भारत ने पांच स्वर्ण चार रजत और एक कांस्य पदक जीता।
सुलेमानिया (इराक), पीटीआइ। भारत के जूनियर तीरंदाजों ने एशिया कप चरण दो में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे बुधवार को प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत कुल आठ स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा। प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत ने पांच स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक जीता। भारतीय तीरंदाजों ने कंपाउंड पुरुष व्यक्तिगत वर्ग में तीनों पदक जीतकर क्लीन स्वीप किया।
रिकर्व तीरंदाज मृणाल चौहान ने अंतिम दिन भारतीय चुनौती की अगुआई करते हुए दो स्वर्ण पदक जीते, जबकि प्रथमेश फुगे ने कंपाउंड वर्ग में दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाई। भारत ने इस तरह बांग्लादेश को पछाड़ा जो मार्च में बैंकाक में चरण एक के प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहा, जहां वह पदक तालिका में शीर्ष पर रहा था। कोरिया, चीन और चीनी ताइपे जैसी दिग्गज टीम की गैरमौजूदगी में भारत ने इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए अपनी जूनियर टीम भेजी थी।
भारत के स्वर्णिम दिन की शुरुआत भजन कौर, अवनी और लक्ष्मी हेमब्रोम की तिकड़ी ने स्वर्ण पदक के साथ की। भारतीय टीम ने अख्तर नसरीन, दिया सिद्दिकी और ब्यूटी रे की बांग्लादेश की टीम को पछाड़कर दिन का पहला स्वर्ण पदक जीता। भारत की पुरुष रिकर्व टीम को हालांकि बांग्लादेश को 5-1 से हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। दोनों टीम ने पहले सेट में 55 अंक जुटाए जिसके बाद पार्थ सालुंके, मृणाल और जुयेल सरकार ने अगले दो सेट 57-55 और 56-54 से जीतकर भारत को दिन का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
भारत हालांकि रिकर्व मिक्स्ड टीम फाइनल में इस सफलता को दोहराने में नाकाम रहा, जहां पार्थ और भजन की जोड़ी को 2-0 की बढ़त बनाने के बावजूद उज्बेकिस्तान के अब्दुसातोरोवा जियोदाखोन और आमिरखान सादिकोव के खिलाफ 4-5 की हार से रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
दोपहर के सत्र में पार्थ ने सादिकोव को 6-4 से हराकर रिकर्व पुरुष व्यक्तिगत वर्ग का कांस्य पदक जीता। उनके नाम एक टीम स्वर्ण, मिक्स्ड टीम रजत और व्यक्तिगत कांस्य पदक के साथ कुल तीन पदक रहे। भजन को रिकर्व महिला व्यक्तिगत फाइनल में माहता अब्दोलाही के खिलाफ 2-6 की शिकस्त से रजत पदक से संतोष करना पड़ा। चौहान ने एकतरफा फाइनल में टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे शीर्ष रिकर्व तीरंदाज रुमान शाना को 6-2 से हराकर पुरुष व्यक्तिगत वर्ग का खिताब जीता।
कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में आल इंडिया फाइनल हुआ। गाजियाबाद की तीरंदाज साक्षी चौधरी ने पटियाला की परनीत कौर को 140-138 से हराकर महिला व्यक्तिगत वर्ग का खिताब जीता। प्रतियोगिता के अंतिम मुकाबले में प्रथमेश ने शीर्ष कंपाउंड तीरंदाज रिषभ यादव को करीबी मुकाबले में 146-144 से हराकर स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाई।