अतानु दास और दीपिका की जोड़ी विश्व कप में चुनौती के लिए तैयार
कोविड-19 के कारण लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता से दूर रहने के बाद भारतीय तीरंदाज मंगलवार से यहां शुरू हो रहे विश्व कप चरण एक में चुनौती पेश करेंगे जहां सब की नजरें अतानु दास और दीपिका कुमारी की नवविवाहित जोड़ी पर होंगी।
ग्वाटेमाला सिटी, पीटीआइ। कोविड-19 के कारण लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता बंद रहीं और इसी वजह से टूर्नामेंट खेलने से दूर रहने के बाद भारतीय तीरंदाज मंगलवार से यहां शुरू हो रहे विश्व कप चरण एक में चुनौती पेश करेंगे। इस टूर्नामेंट में सब की नजरें अतानु दास और दीपिका कुमारी की नवविवाहित जोड़ी पर होंगी। कोविड-19 के कारण 2020 में अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के रद होने के बाद विश्व कप चरण एक पहली वैश्विक प्रतियोगिता है।
भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह इंतजार और भी लंबा रहा, क्योंकि उन्होंने बर्लिन में जुलाई 2019 में विश्व कप चरण चार सर्किट में आखिरी बार वैश्विक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। भारतीय खिलाड़ी लय वापस पाना चाहेंगे। ऐसे में ये टूर्नामेंट खास होने वाला है।
कोरिया, चीन, चीनी ताइपे और तुर्की जैसे एशिया की मजबूत टीमों की गैरमौजूदगी अतानु और दीपिका के नेतृत्व में भारतीय तीरंदाज टोक्यो ओलंपिक से पहले अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। कोरिया ने पहले ही कहा है कि कोविड-19 के कारण लागू यात्रा प्रतिबंधों की वजह से वह ओलंपिक खेलों से पहले 2021 विश्व कप तीसरे चरण तक किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेगा। एशिया की बड़ी टीमों की गैरमौजूदगी में यहां अमेरिकी और यूरोपीय देशों के बीच वर्चस्व की लड़ाई होगी। भारतीय तीरंदाज भी विशेषकर मिक्स्ड और टीम स्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।
पहले ही ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके अतानु, प्रवीण जाधव और अनुभवी तरुणदीप राय की तिकड़ी के लिए यह पहला वास्तविक परीक्षण होगा। महिला वर्ग में, भारत को दुनिया की पूर्व नंबर एक दीपिका के जरिये एक व्यक्तिगत ओलंपिक कोटा मिला है, जो अंकिता भकत और कोमलिका बारी के साथ पेरिस में अंतिम क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता से पहले लय हासिल करना चाहेगी। कंपाउंड तीरंदाजों की गैरमौजूदगी में भारत को महिलाओं की टीम और मिक्स्ड जोड़ी टीम से पदक जीतने की उम्मीद है। कंपाउंड तीरंदाजों को दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में टूर्नामेंट से नाम वापस लेना पड़ा।