भारतीय तीरंदाजी संघ से निलंबन का खतरा टला, नहीं लगा जुर्माना
एएआई को विश्व तीरंदाजी के अच्छे सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त है और कोई जुर्माना या निलंबन नहीं लगाया गया है।
कोलकाता। भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) के नए अध्यक्ष बीवीपी राव और विश्व तीरंदाजी के बीच बातचीत शुरू होने के बाद एएआई पर लटक रही निलंबन की तलवार फिलहाल हट गई है। राव ने विश्व तीरंदाजी के महासचिव टाम डाइलेन से स्विट्जरलैंड स्थित मुख्यालय लुसाने में सोमवार को मुलाकात कर उन प्रावधानों से अवगत करने की मांग की, जिसे वे नये संविधान से हटाना चाहते हैं या इसमें जोड़ना चाहते है।
इस खेल की शीर्ष निकाय ने कहा फिलहाल एएआई को विश्व तीरंदाजी के अच्छे सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त है और कोई जुर्माना या निलंबन नहीं लगाया गया है। इससे पहले गत 16 जनवरी को डाइलेन ने एक ईमेल में कहा था कि विश्व तीरंदाजी ने संविधान को औपचारिक रूप से अनुमोदित नहीं किया था, जिसके कारण पिछले साल 22 दिसंबर को आयोजित एएआई चुनावों को मान्यता नहीं दी गई थी। इस चुनाव में राव को अध्यक्ष चुना गया था। वैश्विक संस्था ने इसके साथ ही एएआई की आम बैठक के विवरण की मांग की, जिसे राव ने मुहैया कर दिया। एएआई पर निलंबन का खतरा उस समय मंडराने लगा था, जब नए कार्यकारी का चुनाव हुआ। खेल संहिता के उल्लंघन के आरोप में 2012 में एएआई को निलंबित करने के बाद पिछले साल दिसंबर में पहली इसका चुनाव कराया गया था।
राव ने लुसाने से बताया कि मैंने संविधान नहीं लिखा है। मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मुझे उन प्रावधानों की एक सूची दें, जिससे हम एक अच्छा प्रशासन बनाएंगे और मैं इसे अपनी नियामक इकाई और फिर अदालत में ले जाऊंगा। मैं मामला सुलझाने की पूरी कोशिश करूंगा। डाइलेन ने आगे कहा कि भारत प्रतिभाओं से भरा तीरंदाजी क्षेत्र है और यह जरूरी है कि वे एक मजबूत महासंघ का निर्माण करें, जिससे उनकी क्षमता का पता चल सके। उन्होंने कहा कि विश्व तीरंदाजी भारतीय खिलाडि़यों के हितों का ध्यान रखेगा।