मुक्केबाज अमित पंघाल बोले- कैंप में रहेगा डर, लेकिन फिटनेस पर करूंगा काम
मुक्केबाज अमित पंघाल ने कहा है कि मुक्केबाजी जैसे खेल में शारीरिक दूरी रखना मुमकिन नहीं है। ऐसे में शुरुआती तौर पर उनका ध्यान फिटनेस पर होगा।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। पिछले साल विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले भारत के पहले मुक्केबाज बनने वाले अमित पंघाल ने ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया है। मार्च में 52 किग्रा भार वर्ग में भारत को ओलंपिक का कोटा दिलाने वाले अमित पंघाल का सपना ओलंपिक में पदक जीतना है, लेकिन टोक्यों में होने वाले ओलंपिक खेल भी एक साल के लिए कोरोना वायरस की वजह से टाल दिए गए हैं।
ओलंपिक खेल भले ही टल गए हों, लेकिन लॉकडाउन की वजह से अमित पंघाल की ट्रेनिंग रूक गई है। वहीं, अब जब स्टेडियम में अभ्यास की छूट सभी खिलाड़ियों को मिल गई है तो अमित पंघाल भी तैयार हो गए हैं और वे प्रैक्टिस करना चाहते हैं। अमित पंघाल फिलहाल रोहतक स्थित अपने घर पर रोजाना अभ्यास कर रहे हैं। अमित मानते हैं कि मुक्केबाजी जैसे खेल में शारीरिक दूरी रखना मुमकिन नहीं है। ऐसे में शुरुआती तौर पर उनका ध्यान फिटनेस पर होगा।
अमित पंघाल ने कहा है कि जब पुणे या पटियाला में कैंप चलेगा, तो सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। खुद की सुरक्षा रखनी होगी, ध्यान रखना होगा, सैनिटाइज लगातार करना होगा। अभ्यास में डर तो रहेगा। खिलाड़ी करीब आने से डरेंगे। ऐसे में मास्क पहनकर अभ्यास जरूरी होगा। बार-बार स्क्रीनिंग भी करानी जरूरी होगी। ऐसा सिर्फ अमित पंघाल के साथ ही नहीं, बल्कि दुनिया के हर एथलीट के साथ अगले एक साल तक होना है।
भारत के स्टार मुक्केबाज अमित पंघाल का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उनके कौशल में जरूर फर्क आया होगा, लेकिन फिटनेस में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अमित पंघाल को ये भी उम्मीद है कि कभी ना कभी ये कोरोना वायरस की बीमारी दूर जरूर होगी। मौजूदा समय में देखा जाए तो भारत में भी हालात काफी खराब चल रहे हैं, क्योंकि यहां कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या का आंकड़ा एक लाख के करीब होता नजर आ रहा है।