पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी निशानेबाजों की भागीदारी पर संशय बरकरार
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी निशानेबाजों के यहां डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में होने वाले आइएसएसएफ विश्व कप में हिस्सा लेने पर स्थिति अभी भी साफ नहीं हो पाई है।
योगेश शर्मा, नई दिल्ली। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी निशानेबाजों के यहां डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में होने वाले आइएसएसएफ विश्व कप (राइफल/पिस्टल) में हिस्सा लेने पर स्थिति अभी भी साफ नहीं हो पाई है। वहीं, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआइ) के महासचिव डीवी सीतारमण का कहना है कि अगर पाकिस्तान के निशानेबाज यहां आएंगे तो हम उन्हें खेलने देंगे।
उन्होंने कहा, 'भारत सरकार से जो हमें जानकारी मिली है उसके मुताबिक अभी पाकिस्तानी निशानेबाजों की वीजा प्रक्रिया चल रही है। अगर वह विश्व कप में खेलने आते हैं तो हम उन्हें खेलने देंगे। मेरी जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के दो निशानेबाज और उनके कोच को बुधवार शाम तक दिल्ली आना था और उनके होटल की बुकिंग भी पहले हो चुकी है।
अगर भारत सरकार उन्हें वीजा नहीं देती है तो फिर वह नहीं आ पाएंगे। भारत सरकार अगर उन्हें वीजा देती है तो हम उन्हें खेलने देंगे। उनके यहां आने के टिकट की बुकिंग हो चुकी है। हमारा पाकिस्तान के निशानेबाजी संघ से अभी कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
इससे पहले पिछले दिनों एनआरएआइ के सचिव राजीव भाटिया ने इस मसले पर कहा था कि पाकिस्तानी निशानेबाजों को खेलने की मंजूरी गृह मंत्रालय से मिली है और इसे उच्चायोग और इस्लामाबाद को भेज दिया गया है। देश में क्रिकेट, हॉकी के अलावा सभी खेलों में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलने पर बात की जा रही है। वहीं, पाकिस्तान राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएपी) ने अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आइएसएसएफ) को बुधवार को पत्र लिखकर निशानेबाजी विश्व कप से टोक्यो ओलंपिक के लिए निर्धारित 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा का कोटा रद्द करने की मांग की है।
57 या 58 पर भी संशय
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर गुरुवार को टूर्नामेंट की आधिकारिक शुरुआत करेंगे, जबकि शुक्रवार को अभ्यास रहेगा और शनिवार से मुकाबले शुरू हो जाएंगे। विश्व कप में 57 देश हिस्सा लेंगे या 58 अभी इस पर भी संशय बना हुआ है। पाकिस्तान को मिलाकर कुल 58 देश लेंगे, लेकिन पाकिस्तान की भागीदारी नहीं होती तो यह संख्या 57 हो सकती है।
मेरा ध्यान सिर्फ खेल पर
2011 चांगवान आइएसएसएफ विश्व कप में 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन के स्वर्ण पदक विजेता संजीव राजपूत से जब पूछा गया कि एक निशानेबाज होने के नाते इन जैसी घटनाओं से क्या उनके खेल पर भी कोई असर पड़ता है तो उन्होंने कहा, 'नहीं, मेरा ध्यान सिर्फ अपने खेल पर रहता है। हां, दुख तो होता है जब इस तरह घटना होती है, लेकिन मेरा इससे ध्यान भंग नहीं होता।
शूटिंग रेंज में लहराया पाकिस्तानी झंडा
आइएसएसएफ विश्व कप में पाकिस्तानी निशानेबाजों के शामिल होने की स्थिति तो साफ नहीं हो पा रही, लेकिन इस चिर प्रतिद्वंद्वी देश का झंडा डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में लहरा रहा था। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के ज्यादातर क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तानी क्रिकेटरों की तस्वीरें हटाई जा रही हैं और ऐसे किसी शूटिंग रेंज पाकिस्तान का झंडा लगा हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में जो देश हिस्सा लेते हैं तो उनके देश के झंडे आयोजन स्थल पर लगे होते हैं, लेकिन इतने तनावपूर्ण माहौल के बाद पाकिस्तान के झंडे के लगे होने पर सवाल उठाता है।